मान गए काश्तकार, अब 23 गांवों के लोगों को मिल सकेगा पानी
मेंहदावल तहसील क्षेत्र के हरैया माइनर में स्थित 12.5 किमी लंबी नहर के पूर्ण होने का कार्य शुरू हो गया है। नहर की खुदाई जो 10 वर्षों से लंबित थी उसको उप जिलाधिकारी व सिंचाई विभाग के सहायक अभियंता ने मौके पर पहुंचकर जेसीबी से खोदाई शुरू करा दी।
गोरखपुर, जेएनएन : संतकबीर नगर जिले के मेंहदावल तहसील क्षेत्र के हरैया माइनर में स्थित 12.5 किमी लंबी नहर के पूर्ण होने का कार्य शुरू हो गया है। छुटे हुए 700 मीटर नहर की खुदाई जो पिछले 10 वर्षों से लंबित थी, उसको उप जिलाधिकारी अजय कुमार त्रिपाठी व सिंचाई विभाग के सहायक अभियंता कुमार गौरव ने मौके पर पहुंचकर जेसीबी से खोदाई शुरू करा दी। अब नहर की खोदाई पूरी हो जाने पर सांथा व धर्मसिंहवा क्षेत्र के 23 से अधिक गांवों को सिंचाई की सुविधा उपलब्ध हो सकेगी।
कवरकवरी गांव में खोदी जा रही नहर
सांथा के कवरकवरी गांव में यह नहर खोदी जा रही है। सिंचाई विभाग के सहायक अभियंता कुमार गौरव ने बताया कि वित्तीय सत्र 2009-10 में सिंचाई विभाग के द्वारा सांथा में नहर खोदने की अनुमति मिली थी। विभाग के द्वारा काश्तकारों की जमीन का रजिस्ट्री बैनामा कराकर जमीन को अधिग्रहीत किया गया था। नहर की खोदाई शुरू हुई तो लगभग 80 काश्तकारों ने जमीन देने से मना कर दिया था। विभाग के द्वारा मुआवजा देने की पेशकश को भी काश्तकारों ने ठुकरा दिया था। मामला जिला प्रशासन के संज्ञान में आया।
सहमति बनाने का हुआ था प्रयास, पर नहीं माने थे काश्तकार
सहमति बनाने का प्रयास किया गया लेकिन काश्तकार नहीं माने। इस मामले में काश्तकारों ने हाईकोर्ट में मुकदमा दायर किया। लंबे समय तक यह मुकदमा चला। वर्ष 2021 में अप्रैल में हाईकोर्ट ने काश्तकारों का मुकदमा खारिज कर किया, जिसके बाद से सिंचाई विभाग व प्रशासन ने कई बार आम सहमति बनाने का प्रयास किया। वहीं काश्तकारों ने मुआवजा लेने से इन्कार कर दिया। काश्तकारों को समझा-बुझाकर मुआवजा लेने के लिए विभाग ने उन्हें मना लिया। काश्तकारों की सहमति से छुटे हुए नहर की खोदाई काम शुरू हुआ। विभाग का दावा है कि इससे लगभग चार हजार किसानों को सिंचाई की सुविधा मिल सकेगी।
काश्तकारों से वार्ता कर शुरू की गई खोदाई
मेंहदावल के एसडीएम अजय कुमार त्रिपाठी ने कहा कि सिंचाई की समस्या को देखते हुए काश्तकारों के साथ वार्ता करके आम सहमति बनाकर नहर की खोदाई शुरू की गई है। नहर का कार्य पूर्ण होने से काफी किसानों को फायदा मिलेगा।