खुद को बीमार बताकर पत्नी को चुनाव लड़ाने चले गए दारोगा जी, एसएसपी ने किया सस्पेंड Gorakhpur News
गोरखपुर में एक दारोगा ने अपने आप को बीमार बताकर पत्नी चुनाव लड़ा रहे थे। एसएसपी ने दिनेश कुमार पी ने उन्हें निलंबित कर दिया है और उनकी विभागीय जांच भी शुरू करा दी है। जांच में पता चला है कि दारोगा ने खुद भी वोट डाला है।
गोरखपुर, जेएनएन। कोतवाली थाने पर तैनात दारोगा बिहारी यादव अपने आप को बीमार बताकर पत्नी चुनाव लड़ा रहे थे। एसएसपी ने दिनेश कुमार पी ने उन्हें निलंबित कर दिया है और उनकी विभागीय जांच भी शुरू करा दी है। जांच में पता चला है कि दारोगा ने खुद भी वोट डाला है।
तीन दिन की छुट्टी लेने के बाद बना लिया था बीमारी का बहाना
एसएसपी कार्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक दारोगा बिहारी यादव बीते 3 अप्रैल को तीन दिन की छुट्टी लेकर अपने गांव चले गए थे। उन्हें छह अप्रैल को ड्यूटी पर आना था। छह अप्रैल को ड्यूटी पर आने के बजाय उन्होंने थाने पर अपने बीमार होने की सूचना दे दी। दारोगा काफी दिनों से अनुपस्थित चल रहे थे। इस दौरान किसी ने एसएसपी को सूचना दे दी कि दारोगा बीमार नहीं हैं, वह अपनी पत्नी को चुनाव लड़ाने के लिए अधिकारियों से झूठ बोल रहे हैं। एसएसपी ने इसकी जांच कराई तो आरोप सत्य साबित हुआ। पता चला कि दारोगा ने झूठ बोलकर पत्नी को चुनाव लड़ा रहे थे। उन्होंने गांव में जाकर न सिर्फ पत्नी का चुनाव प्रचार किया, बल्कि वोट भी डाला है।
चुनाव ड्यूटी पर नहीं गया सिपाही, निलंबित
ट्रैफिक कार्यालय में तैनात मुख्य आरक्षी अशीष कुमार तिवारी को चुनाव ड्यूटी से गायब रहने के कारण वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार एसएसपी ने उन्हें निलंबित कर दिया है और उनकी विभागीय जांच शुरू करा दी है। मुख्य आरक्षी की बीते 15 अप्रैल को प्राथमिक पाठशाला जंगल अहमद अली शाह के बूथ संख्या 66, 67, 68, 69 पर ड्यूटी लगी थी। लेकिन वह ड्यूटी करने नहीं गए।
यातायात कार्यालय से बीते 13 अप्रैल को उन्हें शस्त्र लेने के लिए पुलिस लाइन गोरखपुर रवाना किया गया था, पर मुख्य आरक्षी ने पुलिस लाइन से ना शस्त्र लिया और ना ही ड्यूटी की। एसएसपी ने इसे घोर अनुशासनहीनता उन्हें निलंबित कर दिया है।