शिकायत लेकर पहुंचे थाने, पुलिस ने गांजा रखने के आरोप कर दिया अंदर
गोरखपुर में थाने पर शिकायत लेकर गए हिस्ट्रीशीटर व बारानगर निवासी अतुल सिंह उर्फ मुर्गी सिंह का पुलिस ने गांजा रखने के आरोप में चालान किया है। उसके पास से 1.3 किलो गांजा भी पुलिस ने बरामद किया है।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। गोरखपुर के गोला क्षेत्र में एक मामला खास चर्चा में है। थाने पर शिकायत लेकर गए हिस्ट्रीशीटर व बारानगर निवासी अतुल सिंह उर्फ मुर्गी सिंह का पुलिस ने गांजा रखने के आरोप में चालान किया है। उसके पास से 1.3 किलो गांजा भी पुलिस ने बरामद किया है। पुलिस ने मुर्गी सिंह के विरुद्ध थाने में मुकदमा दर्ज कर उसे जेल भेज दिया है।
यह है मामला
मुर्गी सिंह थाने के हल्के दारोगा को फोन पर बताया कि उन्हें तीन अलग-अलग नंबरों से गाली व जानमाल की धमकी मिल रही है। उसने जन सुनवाई पोर्टल पर भी इसकी शिकायत की थी। हल्का दारोगा ने उन्हें थाने आकर तहरीर देने के लिए कहा। उसका कहना है कि वह थाने पर शुक्रवार को तहरीर लेकर पहुंचा तो दारोगा ने उसे बैठा लिया। दूसरे दिन पुलिस ने बिसरा गांव के पास 1.3 किलो चरस के साथ उसकी गिरफ्तारी दिखाई। घटना क्षेत्र में चर्चा का विषय बनी हुई है।
सीओ ने कहा
सीओ गोला अंजनी कुमार पांडेय का कहना है कि शुक्रवार को मुर्गी सिंह किसी की शिकायत लेकर थाने पर गया था। बाद में वह वहां से चला गया था। शनिवार सुबह बिसरा पेट्रोल पंप के पास आरोपित के पास से 1.3 किलो गांजा बरामद हुआ है। आरोपित के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर उसे जेल भेजा गया है।
खाते से रकम उड़ाने वाले गिरोह का सदस्य गिरफ्तार
फिंगर प्रिंट का क्लोन बनाकर खाते से रकम निकालने वाले गिरोह के एक सदस्य को कैंट पुलिस व क्राइम ब्रांच की टीम ने शनिवार की सुबह गिरफ्तार किया। इटावा जिले के रहने वाले आरोपित से मोबाइल फोन, लैपटाप व फिंगर प्रिंट स्कैनर बरामद हुआ। दोपहर बाद उसे कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया।
एसपी सिटी सोनम कुमार ने बताया कि 23 जुलाई को साइबर सेल व क्राइम ब्रांच की टीम ने फिंगर प्रिंट का क्लोन बनाकर खाते से रकम उड़ाने वाले गिरोह के 11 सदस्यों को गिरफ्तार किया था। जिनसे नौ लाख रुपये, कार, बाइक, 253 फिंगर प्रिंट क्लोन, 53 सिम कार्ड, चेक बुक, पासबुक, एटीएम कार्ड, लैपटॉप, पेन ड्राइव और अन्य दस्तावेज बरामद हुए थे।
आरोपितों की पहचान दाउदपुर निवासी राघवेंद्र मिश्रा, चिलुआताल निवासी सोनू कुमार पासवान, सहजनवां निवासी मुकेश कुमार एवं विकास उर्फ विक्की के अलावा सैयद जावेद अली, शशांक पांडे, नेपाल के पोखरा निवासी दीपेंद्र थापा, सागर जायसवाल, राहुल राणा, अमित कनौजिया और आशीष पाठक के रूप में हुई थी। पूछताछ में पता चला कि गिरोह का नेटवर्क पूरे देश में फैला है। इटावा में फ्रेंडस कालोनी, रामनगर निवासी राकी कुशवाहा भी इसी गिरोह से जुड़ा है। मुखबिर की सूचना पर उसे पैडलेगंज के पास गिरफ्तार किया गया।