26 सौ वर्ष पुराना है कालानमक धान का इतिहास, रोगों में दवा का काम करता है इसका चावल
कालानमक चावल महोत्सव का वर्चुअल शुभारंभ करते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कालानमक चावल का इतिहास 26 सौ वर्ष पुराना है। इसका उत्पाद सिद्धार्थनगर में छठीं शताब्दी से होता रहा है।
गोरखपुर, जेएनएन। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कालानमक चावल का इतिहास 26 सौ वर्ष पुराना है। इसका उत्पाद सिद्धार्थनगर में छठीं शताब्दी से होता रहा है। वैज्ञानिक विधि का प्रयोग न होने से बीच मे खेती बन्द होने के करीब थी। वर्ष 2917 में सिर्फ 22सौ हेक्टेयर खेती होती थी। एक जिला एक उत्पाद में कालानमक के चयन के बाद अब यह खेती पांच हजार हेक्टेयर में हो रही है। वह वर्चुअल माध्यम से दीप प्रज्जवलन कर कालानमक चावल महोत्सव का शुभारंभ करने के पश्चात मौजूद लोगों को सम्बोधित कर रहे थे।
कालानमक चावल महोत्सव में सीएम योगी ने कहा
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि पीएम मोदी की मंशा है कि खेती की लागत कम हो और फसलों का उत्पादन बढ़े। इससे कालानमक अछूता नहीं है। कालानमक के उत्पादन बढ़ाने में वैज्ञानिकों ने बहुत से कार्य किया है। अब यह 160 से कम दिन में तैयार हो रहा है। फसल तैयार होने पर इसके पेड़ गिर जाते थे, पर अब ऐसा नहीं हो रहा है। महोत्सव से इसकी ब्रांडिंग होगी। किसान को उनके उत्पाद पर मुनाफा कमा सकेंगे।
किसानों को हुआ लाखों का फायदा
योगी ने कहा कि बुंदेलखंड में कावेरी के उत्पाद से किसानों को 36 लाख रुपये का मुनाफा हुआ है। इसकी कीमत चंदौली के किसानों ने भी बेहतर कार्य किया है। वहां के किसान काले चावल का उत्पादन कर रहे हैं। वह खाने में बेहद स्वादिष्ट है। योगी ने कहा कि सपा के एक एमएलसी ने काला चावल के बारे में उन्हें जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इसका उत्पादन शुरू हो चुका है। जब वह वाराणसी एक कार्यक्रम में गए तो इसके बारे में जानकारी ली।
कार्यक्रम में यह भी हुए शामिल
मुख्यमंत्री के साथ बेसिक शिक्षामंत्री स्वतंत्र प्रभार डाक्टर सतीश द्विवेदी, अपर मुख्य सचिव सूचना नवनीत सहगल मौजूद रहे। कार्यक्रम स्थल पर प्रदेश के स्वास्थ्यमंत्री जय प्रताप सिंह, सांसद जगदम्बिका पाल, विधायक सदर श्यामधनी राही, राघवेंद्र प्रताप सिंह,चौधरी अमर सिंह, डीएम दीपक मीणा,सीडीओ पुलकित गर्ग, पुलिस अधीक्षक राम अभिलाष त्रिपाठी, भाजपा जिलाध्यक्ष गोविंद माधव आदि मौजूद रहे।
सांसद को भेंट करें काला नमक
सीएम योगी आदित्यनाथ ने सांसद जगदम्बिका पाल से कहा कि काला नमक की ब्रांडिंग के लिए सदन में मौजूद सभी सांसद को एक-एक किलो चावल देना चाहिए। ऐसा करने से इसका प्रचार देश के कोने-कोने में होगा। सब को मिलकर इसके लिए कार्य करना हाेगा।
छह करोड़ 39 लाख से बनेगा प्रोसेसिंग हाउस
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कालानमक का उचित रेट मिले उसके लिए जनपद में छह करोड़ 39 लाख रुपये की लागत से प्रोसेसिंग व वेयर हाउस बनेगा। इसके पश्चात 40 से 50 रुपये किलो बिकने वाला चावल 300 से 700 रुपये प्रति किलोग्राम बिकेगा।
सिद्धार्थनगर में एक जनपद-एक उत्पाद में चयनित
सिद्धार्थनगर में कालानमक धान एक जनपद-एक उत्पाद योजना में चयनित है। इस धान की खुशबू को वैश्विक स्वरूप प्रदान करने की योजना तैयार की। किसानों की आय को दोगुनी करने की रूपरेखा तैयार की। इसमें उत्पादक किसानों के समूह को व्यवसायिक स्वरूप देने का निर्णय लिया। उत्तर प्रदेश के आधा दर्जन से अधिक जिलों में इसकी खेती होती है लेकिन सिद्धार्थनगर का कालानमक पूरे देश में प्रसिद्ध है। इसका चावल मधुमेह व कई अन्य रोगों में फायदेमंद होता है।