जिगिना धाम मंदिर में श्रद्धालुओं ने टेका माथा

ऐतिहासिक जिगिना धाम प्राचीन मंदिर में बुधवार को श्रद्धालुओं ने माथा टेका और मेले का आनंद लिया। एक सप्ताह तक चलने वाले वार्षिक मेले के दूसरे दिन दर्शनार्थियों के आने का सिलसिला चला।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 08 Dec 2021 05:36 PM (IST) Updated:Wed, 08 Dec 2021 05:36 PM (IST)
जिगिना धाम मंदिर में श्रद्धालुओं ने टेका माथा
जिगिना धाम मंदिर में श्रद्धालुओं ने टेका माथा

सिद्धार्थनगर : ऐतिहासिक जिगिना धाम प्राचीन मंदिर में बुधवार को श्रद्धालुओं ने माथा टेका और मेले का आनंद लिया। एक सप्ताह तक चलने वाले वार्षिक मेले के दूसरे दिन दर्शनार्थियों के आने का सिलसिला चला।

मेले की सभी दुकानों पर खरीदारों की भीड़ दिखीं। शाम होते-होते ऐसी स्थिति बनी कि रास्ता चलना कठिन हो गया था। विशेष खाजे की खुशबू लोगों को अपनी ओर खींच रहा था। महिलाओं के अलावा बच्चे भी काफी उत्साहित दिखे। मेले में लगे मौत का कुआं, विशाल झूला जैसे मनोरंजन के साधन का जहां आनंद उठाते देखे गए तो थियेटर में चल रहे डांस को देखने वाले युवाओं की भीड़ लगी रही। महिलाएं सौंदर्य सामग्री खरीद रही थीं तो बच्चों झूला झूलने मगन थे। दिन भर महंत बाबा विजय कुमार दास पूरी टीम के साथ सक्रिय रहे।

मेला प्रभारी संतोष कुमार यादव मय फोर्स सुरक्षा व्यवस्था में लगे रहे। किसी तरह की कोई दिक्कत न आए इसके लिए साइकिल, बाइक स्टैंड की व्यवस्था अलग से की गई है।

श्रद्धालुओं ने कहा

मेले में आसपास क्षेत्र के अलावा नेपाल व बलरामपुर से भी श्रद्धालु यहां आते हैं। बढ़नी के राधेश्याम ने कहा कि पिछले पांच वर्ष से वह अगहन मास के शुक्ल तिथि पंचमी के दिन वह जरूर आते हैं। मंदिर पर पूजा-अर्चना करते हैं। पूरा परिवार सुखी रहता है। तेनुआ नेपाल की पुष्पा ने बताया कि बच्चों का मुंडन कार्य यहीं पर निपटाने आती हैं। आज दूसरे बच्चे का मुंडन कराया। डिहवा की कुशलावती, रामभारी की शांति देवी ने भी बच्चों का मुंडन यहीं कराया। कहा कि उनका पूरा परिवार आज के दिन मंदिर में अवश्य आता है।

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