कम परीक्षाफल वाले स्कूलों की शासन ने तलब की सूची Gorakhpur News
वर्तमान में जनपद में पचास फीसद व उससे कम परीक्षाफल वाले विद्यालयों की संख्या नौ है। सूची में शामिल विद्यालयों में यदि शिक्षक के साथ-साथ संसाधन उपलब्ध हैं बावजूद इसके परीक्षाफल में गिरावट आइ गई है तो इसे गंभीर मानते हुए दोषियों को चिह्नित किया जाएगा।
गोरखपुर, जेएनएन। वर्ष 2020 की बोर्ड परीक्षा में पचास फीसद या उससे कम परीक्षाफल वाले जिले के एडेड विद्यालयों की सूची शासन ने तलब की है। ताकि इनका परीक्षण व मूल्यांकन कर परीक्षाफल में गिरावट के कारणों का पता लगाया जा सके। यदि इन सूची में शामिल विद्यालयों में पठन-पाठन को लेकर लापरवाही सामने आती है तो संबंधित विद्यालय के शिक्षकों के उत्तरदायी ठहराते हुए शासन कार्रवाई भी कर सकता है। वर्तमान में जनपद में पचास फीसद व उससे कम परीक्षाफल वाले विद्यालयों की संख्या नौ है।
सूची में शामिल विद्यालयों में यदि शिक्षक के साथ-साथ संसाधन उपलब्ध हैं बावजूद इसके परीक्षाफल में गिरावट आइ गई है तो इसे गंभीर मानते हुए दोषियों को चिह्नित किया जाएगा। लेकिन जहां शिक्षक व संसाधन दोनों नहीं हैं वहां उपलब्ध कराने की कोशिश की जाएगी। परीक्षण के आधार पर शासन इन विद्यालयों की ग्रेङ्क्षडग भी तय करेगा।
ये हैं जिले के कम परीक्षाफल वाले स्कूल
वर्ष 2020 की बोर्ड परीक्षा में जनपद के नौ स्कूलों के परीक्षाफल पचास या उससे कम फीसद रहे हैं। इनमें रफी अहमद किदवई इंटर कालेज मोहद्दीपुर में इंटर का परीक्षाफल 48.71 फीसद रहा। इसके अलावा डा.श्यामा प्रसाद इंटर कालेज लुहसी में इंटर का 47.37, ग्रामोदय इंटर कालेज बढय़ापार में इंटर का 26.66, श्रीराम सूर्य सिंह इंटर कालेज अराव जगदीश में इंटर का 41, श्रीराम चंद्र उमावि कोहरा बुजुर्ग में हाईस्कूल का 44.44, राष्ट्रीय उमावि रौजादरगाह में हाईस्कूल का 35, राष्ट्रीय कन्या इंटर कालेज महुआपार में हाईस्कूल का 50, श्याम कृष्ण इंटर कालेज थवईपार में हाईस्कूल का 46 तथा जनता इंटर कालेज माडापार में इंटर का परीक्षाफल 45 फीसद रहा। गोरखपुर मंडल के संयुक्त शिक्षा निदेशक योगेंद्र नाथ सिंह का कहना है कि शासन ने वर्ष 2020 की बोर्ड परीक्षा में पचास फीसद या उससे से कम परिणाम वाले स्कूलों की सूची मांगी हैं। इसके जरिये परीक्षाफल में गिरावट के कारणों का पता लगाया जाएगा। सूची तैयार की जा रही है। जल्द ही भेज दी जाएगी।