पूर्व मंत्री ने कहा-मातृभाषा को न्याय की भाषा बनाना वक्त की जरूरत Gorakhpur News
इस विकास यात्रा को पूर्णता देने के लिए आवश्यक है कि जनता को न्याय जनता की भाषा में ही मिले। हिंदी के उत्थान और इसे पूर्ण रूप से राजकाज की भाषा बनाने के लिए भारतीय भाषा अभियान का प्रयास सराहनीय है।
गोरखपुर, जेएनएन। किसी भी देश के विकास में वहां की मातृभाषा का अहम योगदान होता है। इस विकास यात्रा को पूर्णता देने के लिए आवश्यक है कि जनता को न्याय, जनता की भाषा में ही मिले। हिंदी के उत्थान और इसे पूर्ण रूप से राजकाज की भाषा बनाने के लिए भारतीय भाषा अभियान का प्रयास सराहनीय है।
यह बातें राज्यसभा सदस्य व पूर्व केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री शिवप्रताप शुक्ला ने कहीं। वह वह भारतीय भाषा अभियान, गोरक्ष प्रांत के तत्वावधान में मनाए जा रहे हिंदी पखवारा के अवसर पर आयोजित वेबिनार में अधिवक्ताओं को संबोधित कर रहे थे। 'जनता को न्याय-जनता की भाषा में विषयक वेबिनार में विषय प्रवर्तन विधि संस्थान गोरखपुर के अध्यक्ष अधिवक्ता अशोक नारायण दूबे ने किया। अध्यक्षता उच्चतम न्यायालय के वरिष्ठ अधिवक्ता कामेश्वर नाथ मिश्र ने की। विशिष्ट अतिथि प्रो. अजय शुक्ल ने कहा कि हिंदी को महत्व देकर ही देश का संपूर्ण विकास किया जा सकता है। संगोष्ठी में उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय में संस्कृत विभागाध्यक्ष डॉ. दिवेश मिश्र, मनु गोस्वामी, अंबिकेश धर दूबे, अनूप पांडेय, अधिवक्ता संजय पाठक, नलिन त्रिपाठी, चन्द्र भूषण दूबे, आदि मौजूद रहे।
विकास के लिए पूर्वांचल राज्य बनना जरूरी
पूर्वांचल राज्य निर्माण की मांग को लेकर पूर्वांचल राज्य बनाओ दल 11 अक्टूबर को गोरखपुर-बस्ती मंडल का प्रतिनिधि सम्मेलन का आयोजन करेगा। सम्मेलन की तैयारी को लेकर बक्शीपुर स्थित केंद्रीय कार्यालय में बैैठक की गई। संगठन के अध्यक्ष डॉ. सुधाकर पांडेय ने कहा कि पूर्वांचल का विकास तभी होगा, जब इसे अलग राज्य का दर्जा मिले। देश में ज्यादातर खुशहाल वही राज्य हैं, जो छोटे हैं। इस दौरान पूर्वांचल नवनिर्माण सेना के अध्यक्ष राजकुमार राय को नौजवानों को जोडऩे की जिम्मेदारी दी गई। बैठक को बसपा के महानगर अध्यक्ष मार्कंडेय ङ्क्षसह, गणेश मिश्रा, सैयद इरशाद अहमद ने भी संबोधित किया। संतोष कुमार मिश्र, डॉ. दिवाकर सिंह, सरदार बलवीर सिंह, अमरेश लाल श्रीवास्तव, सरवर हुसैन, मो. शादाब, रीता वर्मा,उषा किरण पांडेय, बदरुल हक आदि मौजूद रहे।