फैक्ट्री मालिक ने हाथ खड़े किए तो ठेला गिरवी रख मुंबई से चल दिए घर की ओर Gorakhpur News

महाराष्ट्र में लगातार बिगड़ रहे हालात और लाकडाउन में फंसने की आशंका में पूर्वांचल और बिहार के लोग जान जोखिम में डालकर पलायन करने लगे हैं। ट्रेनों में कंफर्म टिकट नहीं मिल रहा तो लोग बस टैंपो और निजी साधनों से घर के लिए निकल जा रहे।

By Rahul SrivastavaEdited By: Publish:Sun, 18 Apr 2021 10:10 AM (IST) Updated:Sun, 18 Apr 2021 10:10 AM (IST)
फैक्ट्री मालिक ने हाथ खड़े किए तो ठेला गिरवी रख मुंबई से चल दिए घर की ओर Gorakhpur News
गोरखपुर के रेलवे बस स्टेशन पर लाइन लगाकर बस में बैठते यात्री। जागरण

गोरखपुर, जेएनएन : मुंबई से बिहार जा रहा प्रवासियों से भरा टैंपो कुशीनगर के हाटा कोतवाली के ढाढ़ा के समीप अनियंत्रित होकर पलट गया। दो सगे भाइयों की मौत हो गई। एक की हालत गंभीर बनी हुई है। दरअसल, महाराष्ट्र में लगातार बिगड़ रहे हालात और लाकडाउन में फंसने की आशंका में पूर्वांचल और बिहार के लोग जान जोखिम में डालकर पलायन करने लगे हैं। ट्रेनों में कंफर्म टिकट नहीं मिल रहा तो लोग बस, टैंपो और निजी साधनों से घर के लिए निकल जा रहे। किराये की व्यवस्था नहीं हो पा रही तो अपना सामान गिरवी रखने में भी गुरेज नहीं कर रहे।

मुंबई में कल-कारखाने हो रहे हैं बंद

दरभंगा के रहने वाले मोनू, सुरेश और उसके साथियों के चेहरे गोरखपुर बस डिपो परिसर में उतरते ही खिल उठे थे। बातचीत में बताया कि मुंबई में तेजी हालात खराब हो रहे हैं। कल कारखाने बंद हो रहे हैं। पैंट की फैक्ट्री भी अचानक बंद हो गई। तीन दिन से प्रयास कर रहे थे, लेकिन ट्रेन में कंफर्म टिकट नहीं मिल रहा था। साथियों के पास ज्यादे पैसे नहीं थे। फैक्ट्री मालिक ने भी हाथ खड़े कर दिए। रोजी के बाद रोटी के लाले पड़ने लगे। ऐसे में सब्जी बचेने वाले दो साथियों ने अपना ठेला गिरवी रख दिया। प्राइवेट तथा रोडवेज बस पकड़ते हुए कानपुर और लखनऊ के रास्ते धक्के खाते यहां तक पहुंचे हैं। अब लग रहा घर पहुंच जाएंगे। मोनू और सुरेश ही नहीं हजारों कामगार अब किसी तरह अपने घर पहुंचना चाहते हैं। हालांकि, लोगों की परेशानियों को देखते हुए रेलवे बोर्ड मुंबई के विभिन्न स्टेशनों और पुणे से बड़ी संख्या में गोरखपुर के लिए अतिरिक्त स्पेशल ट्रेनें चला रहा है।

24 स्‍पेशल के अलावा 21 अतिरिक्‍त स्पेशल ट्रेनें चलाई जा रहीं

पूर्वोत्तर रेलवे में नियमित चलने वाली 24 स्पेशल के अलावा सिर्फ गोरखपुर के लिए ही 21 अतिरिक्त स्पेशल ट्रेनें चलाई जा रही हैं, जिससे होकर रोजाना औसत दस हजार लोग गोरखपुर उतर रहे हैं। दरअसल, कोविड-19 प्रोटोकाल के पालन के चलते ट्रेनों में सिर्फ आरक्षित कोच लगने व कंफर्म टिकट पर यात्रा की अनिवार्यता ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। ट्रेन में सीट और बर्थ की संख्या के बराबर ही लोग सफर कर पा रहे हैं।

गोरखपुर में बसों का टोटा, तार-तार हो रहा कोविड प्रोटोकाल

ट्रेन व अन्य साधनों के जरिये गोरखपुर पहुंचने वाले प्रवासी गोरखपुर में आकर फंस जा रहे हैं। रेलवे बस डिपो परिसर से बिहार के सीमाई क्षेत्र, महराजगंज, ठुठीबारी, सौनौली, रुद्रपुर, बरहज, लार, तमकुही और पडरौना के लिए रोडवेज की बसें नहीं मिल पा रही हैं। दिन में कड़ी धूप में बसों का इंतजार कर रहे लोग धक्कामुक्की करने को मजबूर हैं। रात होने पर रेलवे स्टेशन परिसर में सो जा रहे हैं। डिपो परिसर और बसों में कोविड प्रोटोकाल का पालन तार- तार हो रहा है। इस संबंध में सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक केके तिवारी का कहना है कि पंचायत चुनाव के चलते कुछ बसों की कमी पड़ गई है, लेकिन बसों की व्यवस्था कराई जा रही है। अनुबंधित बसों के फेरे बढ़ाकर लोकल रूटों पर चलाया जा रहा है। कोविड-19 प्रोटोकाल का पालन कराया जा रहा है। कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए बसें सैनिटाइज की जा रही है। फेसमास्क अनिवार्य है। फेसमास्क का उपयोग नहीं करने वाले चालको-परिचालों से जुर्माना वसूला जा रहा है।  

मुंबई से गोरखपुर के लिए एक और अतिरिक्त स्पेशल ट्रेन

महाराष्ट्र में फंसे लोगों को घर पहुंचाने के लिए रेलवे बोर्ड ने मुंबई से गोरखपुर के लिए एक जोड़ी और अतिरिक्त स्पेशल ट्रेन चला दी है। मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पंकज कुमार सिंह के अनुसार 01209 एलटीटी- गोरखपुर 17 अप्रैल को चल चुकी है। यह ट्रेन 21 एवं 25 अप्रैल को भी रात 10.00 बजे से रवाना होगी। 01210 गोरखपुर-एलटीटी स्पेशल 19, 23 एवं 27 अप्रैल को अपराह्न 01.00 बजे रवाना होगी। 

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