गोरखपुर में 4.44 लाख बकाये में कनेक्शन कटा तो बकायेदार ने पोल और तार ही हटवा दिया Gorakhpur News
कनेक्शन देने के लिए बिजली निगम ने दो पोल की लाइन बनाई थी। यह लाइन उपभोक्ता के खेत से होकर गुजरी थी। बकाया में कनेक्शन कटने के बाद बकायेदार ने बिजलीकर्मियों की मिलीभगत से पोल हटवाकर तार भी निकलवा दिया।
गोरखपुर, जेएनएन। चार लाख 44 हजार रुपये के बकाये में बिजली का कनेक्शन कटने के बाद उपभोक्ता ने न सिर्फ पोल वरन पूरी लाइन ही हटवा दी। बिजली निगम के अफसरों व कर्मचारियों ने भी लाइन हटाने के बाद चुप्पी साध ली। अब उपभोक्ता को कनेक्शन देने का कोई रिकार्ड भी बिजली निगम के पास नहीं है।
भटहट विद्युत उपकेंद्र के चकिया गांव निवासी तमेश्वर नाथ के नाम से राइस मिल संचालित करने के लिए 10 किलोवाट क्षमता का बिजली कनेक्शन लिया गया था। समय-समय पर बिजली का बिल भी जमा हुआ है। एक साल पहले चार लाख 44 हजार रुपये के बकाये में बिजली निगम ने कनेक्शन काट दिया। इसके बाद किसी ने न तो बकाया जमा कराने का प्रयास किया और न ही उपभोक्ता ने विभाग में संपर्क किया।
पोल व तार हटा दिया गया
कनेक्शन देने के लिए बिजली निगम ने दो पोल की लाइन बनाई थी। यह लाइन उपभोक्ता के खेत से होकर गुजरी थी। बकाया में कनेक्शन कटने के बाद राइस मिल बंद हुई तो संचालक ने मशीन दूसरे स्थान पर लगा लिया। इसके बाद बिजलीकर्मियों की मिलीभगत से पोल हटवाकर तार भी निकलवा दिया।
पीडी के लिए आया था आवेदन
उपभोक्ता के खेल की जानकारी दैनिक जागरण को हुई तो अफसरों से सवाल हुए। अब बिजली निगम के अफसरों का कहना है कि पिछले दिनों राइस मिल का कनेक्शन पीडी कराने के लिए आइजीआरएस के माध्यम से आवेदन आया था। इसके बाद कोई आया ही नहीं। अवर अभियंता दुर्गेश कुमार यादव ने बताया कि कुछ दिन पहले एक व्यक्ति ने आइजीआरएस के माध्यम से लाइन पीडी करने की मांग की थी। उसे एस्टीमेट के अनुसार पैसा जमा करने के लिए कहा गया था। अब बिना बिजली बिल भुगतान किए व सरकारी एस्टीमेट बने लाइन कैसे बंद हो गई, यह जांच का विषय है। उच्चाधिकारियों को अवगत करा दिया गया है। उपखंड अधिकारी राहुल कुमार ने बताया कि यदि बिना बिल भुगतान कराए व एस्टीमेट बनवाए लाइन बंद की गई है तो गलत है। जांच कर आरोपितों के विरुद्ध एफआइआर दर्ज कराई जाएगी।