मुख्यमंत्री तक पहुंचा गीडा में जमीन की कीमत बढ़ाने का मामला Gorakhpur News
गीडा में जमीन की कीमत 54 फीसद तक बढ़ाने का मामला मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तक पहुंच गया है। उद्यमियों ने इस संबंध में सीएम को ज्ञापन सौंपा है।
गोरखपुर, जेएनएन। गीडा (गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण) में जमीन की कीमत 54 फीसद तक बढ़ाने का मामला रविवार को मुख्यमंत्री तक पहुंच गया। उद्यमियों की ओर से चैंबर ऑफ इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष विष्णु प्रसाद अजितसरिया एवं पूर्व अध्यक्ष एसके अग्रवाल ने मुख्यमंत्री से मिलकर उन्हें ज्ञापन सौंपा।
रविवार को मुख्यमंत्री से उद्यमियों की मुलाकात हुई। मुख्यमंत्री को सिलसिलेवार 14 महीने में जमीन के बढ़े दाम की जानकारी दी गई। इससे नए उद्योगों को होने वाली समस्या से भी अवगत कराया गया। मुख्यमंत्री ने मामले को दिखवाने की बात कही है। उद्यमियों ने गीडा की बोर्ड बैठक में न बुलाने का मुद्दा भी उठाया। विष्णु प्रसाद अजितसरिया ने कहा कि पहले अक्सर विशेष आमंत्रित सदस्य के रूप में उद्यमी को बुलाया जाता था, लेकिन पिछले डेढ़ से दो सालों से यह परंपरा बंद कर दी गई है। उद्यमी बैठक में होते हैं, तो उद्योगों के हित में उचित राय रखते हैं। उन्होंने यह व्यवस्था फिर से शुरू कराने की अपील की। मुख्यमंत्री ने इस संबंध में आश्वासन दिया है।
गीडा से अलग हटकर जमीन खरीद रहे उद्यमी
पूर्व अध्यक्ष एसके अग्रवाल ने बताया कि कीमत बढऩे के कारण उद्यमी गीडा क्षेत्र से अलग हटकर जमीन खरीद रहे हैं। एक उद्यमी ने घघसरा रोड पर जमीन खरीदी है, तो एक अन्य उद्यमी ने प्रदेश से बाहर। उन्हें 20 एकड़ जमीन 10 करोड़ रुपये में मिली है। पूर्व अध्यक्ष ने कहा कि जिसे बड़ी जमीन चाहिए, उसकी बड़ी पूंजी इसी में लग जाएगी।
दूसरे ओडीओपी का मामला भी उठा
मुख्यमंत्री के सामने गोरखपुर के दूसरे ओडीओपी (एक जिला एक उत्पाद) के लिए रेडीमेड गारमेंट््स को मंजूरी देने की बात भी रखी गई। उद्यमियों ने गोरखपुर के सकारात्मक पक्ष को रखा। कहा कि इस क्षेत्र को रेडीमेड का हब बनाया जा सकता है और लोगों को बड़े पैमाने पर रोजगार भी मिलेगा। एसके अग्रवाल के अनुसार मुख्यमंत्री ने कहा कि पूरे प्रदेश में इस समय सिलाई के करीब 40 हजार कुशल कारीगर हैं। नोएडा में तीन हजार फैक्ट्रियां हैं। उद्यमियों की मांग पर मुख्यमंत्री ने सकारात्मक आश्वासन दिया है। कहा कि स्कूलों में दो करोड़ ड्रेस बंटने हैं और इसका जिम्मा स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को दिया जाएगा। कपड़ा गोरखपुर से जाएगा।