Gorakhpur needs IIT: गोरखपुर में आइआइटी खुलने की मुहिम ने बढ़ाया मेधावियों का रोमांच

गोरखपुर में आइआइटी स्थापित करने की मुहिम छेड़कर आइआइटी की तैयारी कर रहे पूर्वांचल के मेधावियों का दैनिक जागरण ने उत्साह बढ़ा दिया है। उन्होंने अब उम्मीद पालनी शुरू कर दी है कि उन्हें इंजीनियरिंग की उत्कृष्टतम शिक्षा हासिल करने के लिए अपने घर से बहुत दूर नहीं जाना होगा।

By Navneet Prakash TripathiEdited By: Publish:Tue, 07 Dec 2021 03:22 PM (IST) Updated:Tue, 07 Dec 2021 03:22 PM (IST)
Gorakhpur needs IIT: गोरखपुर में आइआइटी खुलने की मुहिम ने बढ़ाया मेधावियों का रोमांच
गोरखपुर में आइआइटी खुलने की मुहिम ने बढ़ाया मेधावियों का रोमांच। प्रतीकात्‍मक फोटो

गोरखपुर, जागरण संवाददाता। गोरखपुर में आइआइटी स्थापित करने की मुहिम छेड़कर आइआइटी की तैयारी कर रहे पूर्वांचल के मेधावियों का दैनिक जागरण ने उत्साह बढ़ा दिया है। उन्होंने अब यह उम्मीद पालनी शुरू कर दी है कि उन्हें इंजीनियरिंग की उत्कृष्टतम शिक्षा हासिल करने के लिए अपने घर से बहुत दूर नहीं जाना होगा। इससे वह न केवल अपने क्षेत्र में ही इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर सकेंगे बल्कि पूर्वांचल की बौद्धिक सम्पन्नता बढ़ाने में अपनी मेधा का इस्तेमाल सुनिश्चित कर सकेंगे। आइआइटी की तैयारी कर रहे मेधावियों ने जागरण से बातचीत में अपनी इस उम्मीद को साझा किया और मुहिम चलाने के लिए सराहना के साथ-साथ आभार भी ज्ञापित किया।

आइआइटी में चयन होने पर बाहर जाने की है मजबूरी

मेधावी छात्रों ने कहा कि आमतौर पर आइआइटी की तैयारी करने वाला हर विद्यार्थी यह मानकर चलता है कि अगर चयन हुआ तो उसे अपनी पढ़ाई के लिए घर से दूर जाना ही होगा। कम से कम वाराणसी और कानपुर की राह तो तय करनी ही होगी क्योंकि निकटतम इन्हीं दोनों स्थानों पर आइआइटी है। पूर्वी उत्तर प्रदेश के पूर्वी हिस्से और पश्चिमी बिहार के लिए पटना आइआइटी का विकल्प भी मिलता है। यह सभी स्थल गोरखपुर से कम से कम 250 से 350 किलोमीटर की दूरी पर मौजूद हैं।

गोरखपुर में आइआइटी खुलने पर घर के आसपास रहकर पढने का मिलेगा अवसर

ऐसे में अगर गोरखपुर में आइआइटी से इंजीनियरिंग करने का विकल्प खुल जाता है तो विद्यार्थियों के लिए इससे खुशी की कोई बात हो ही नहीं सकती। उनका कहना है कि यदि वह घर के आसपास रहकर ही आइआइटी में पढऩे का अवसर पा सकेंगे तो इससे अपनी मेधा का और बेहतर प्रदर्शन कर सकेंगे। यही नहीं पढ़ाई करके गोरखपुर और आसपास के क्षेत्रों में ही रोजगार या स्व-रोजगार का बेहतर विकल्प भी तलाश सकेंगे। इसका सीधा फायदा पूर्वांचल को मिलेगा। उसे प्रौद्योगिकी विकास के लिए दूसरे शहरों के आइआइटी की आस नहीं रहेगी। यह विद्यार्थियों के परिवार के लिए भी सुखद रहेगा।

क्‍या कहते हैं तैयारी करने वाले छात्र

अभिषेक कुमार सिंह ने कहा कि जागरण ने गोरखपुर में आइआइटी की स्थापना की मुहिम चलाकर प्रतियोगिता के प्रति हमारा रुझान और बढ़ा दी है। अगर ऐसा हो जाता है तो हमें अपने शहर में ही आइआइटी में पढऩे का अवसर मिल जाएगा और इंजीनियङ्क्षरग की पढ़ाई के दौरान भी अपनी मेधा का अधिकतम प्रदर्शन कर सकेंगे। अब तो हमें सिर्फ इसकी घोषणा का इंतजार है। इस मुहिम से मेरे घर वाले भी बहुत खुश हैं।

गोरखपुर में आइआइटी का विकल्‍प रोमांच पैदा करने वाला

मोहम्‍मद नजमस साकिब ने कहा कि गोरखपुर में आइआइटी, यह कल्पना भी रोमांचित कर दे रही है। अगर ऐसा होता है तो बहुत बड़ी बात है। हमें गोरखपुर में ही आइआइटी की पढ़ाई करने का तो अवसर मिल ही जाएगा। जीवन भर यह भी कर सकेंगे कि ऐसे शहर के रहने वाले हैं, जहां एम्स ही नहीं आइआइटी भी है। उम्मीद करता हूं कि बहुत जल्द इसकी घोषणा हो जाएगी। इसके लिए मैं नीति नियामकों और जिम्मेदारों से आग्रह भी करता हूं।

दूर जाकर पढाई करने की बात से परेशान रहता है परिवार

आइआइटी की तैयारी कर रहीं मंजुला गुप्‍ता कहती हैा कि आइआइटी की तैयारी तो कर रहे हैं लेकिन मुझे ओर मेरे परिवार को हमेशा यह ङ्क्षचता सताती रहती है कि इसकी पढ़ाई करने के लिए दूसरे शहरों में जाना पड़ेगा। अगर गोरखपुर में आइआइटी स्थापित हो जाए तो मेरी और मेरे जैसे अन्य तैयारी करने वालों की ङ्क्षचता समाप्त हो जाएगी। अपने क्षेत्र में ही इंजीनियङ्क्षरग की उत्कृष्ट शिक्षा हासिल करने को मिल जाए, इससे तो बेहतर हमारे लिए कुछ हो ही नहीं सकता।

chat bot
आपका साथी