सर्राफ भाइयों की गिरफ्तारी से खुल सकते हैं लूट के कई राज
इटहिया निवासी शैलेश यादव व निचलौल थाने के मारवाड़ी टोला निवासी दुर्गेश अग्रहरी की गिरफ्तारी के बाद से ही दोनों सर्राफ बंधु फरार हैं। पुलिस उनके पिता को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। ताकि वह सही जानकारी दे सकें।
गोरखपुर, जेएनएन। सर्राफ व उसके कर्मचारी संग हुई 30 लाख की लूट से जुड़े कई राज खुलने अभी बाकी हैं। पुलिस को इसके लिए महराजगंज जिले के निचलौल कस्बे के दो सर्राफ भाइयों की तलाश है। पुलिस का मानना है कि उनकी गिरफ्तारी से लूट के और भी कई राज खुल सकते हैं।
शैलेश और दुर्गेश की गिरफ्तारी के बाद से फरार हैं सर्राफ भाई
पुलिस के मुताबिक लूट के माल के खरीददार दोनों सर्राफ भाई हैं। लूट कांड में महराजगंज जिले के ठूठीबारी थाना क्षेत्र के इटहिया निवासी शैलेश यादव व निचलौल थाने के मारवाड़ी टोला निवासी दुर्गेश अग्रहरी की गिरफ्तारी के बाद से ही दोनों सर्राफ बंधु फरार हैं। पुलिस उनके पिता को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। पुलिस का मानना है कि दोनों भाइयों की गिरफ्तारी से लूट के कई राज खुल सकते हैं। पीडि़त सर्राफ दीपक वर्मा के भाई तारकेश्वर वर्मा ने बताया कि दोनों के कारोबार को लेकर सर्राफा कारोबारियों को पहले से ही संदेह था, लेकिन वह झगड़ालू किस्म के हैं। ऐसे में लोग कुछ भी कहने से डरते हैं। सभी के जेवरात एक दूसरे के यहां बनने के लिए जाते हैं। उधार पर एक दूसरे से माल मंगाया जाता है। इसलिए दोनों को एक-एक गतिविधि की जानकारी रहती थी। दुर्गेश उनका मित्र है। उसके जरिये शैलेष व उसके जरिये लूट करने वाले पुलिस कर्मियों को भी एक-एक बात की जानकारी होने लगी।
दोनों भाइयों ने ही खरीदी थी लूट की चांदी
29 दिसंबर को शाहपुर थाना क्षेत्र के चरगांवा में सर्राफ सुशील वर्मा के कर्मचारी से लुटेरे पुलिस कर्मियों ने चांदी व सोना लूटा था। आधी चांदी उन्होंने दुर्गेश व शैलेष को दे दिया था। दोनों ने बटवारे का सोना चांदी दोनों सर्राफ भाइयों को बेंच दिया है। एसपी सिटी सोनम कुमार का कहना है कि दोनों सर्राफ भाइयों के परिजन से बातचीत चल रही है। दोनों भाइयों के मिलने पर कई और राज खुल सकते हैं। पुलिस तलाश में जुटी है।