प्रशासन ने मदरसे में निर्माण कार्य को रोका, ग्रामीणों ने की थी शिकायत Gorakhpur News

पाली गांव के पुराने मदरसे में हाफिज अब्दुल जब्बार द्वारा कमरों का निर्माण कराया जा रहा है। ग्रामीणों ने इसकी सूचना तहसीलदार शशिभूषण पाठक व थानाध्यक्ष संजय कुमार मिश्र को दी। दोनों तत्काल मौके पर पहुंचकर निर्माण कार्य को रुकवा दिया।

By Satish chand shuklaEdited By: Publish:Fri, 05 Mar 2021 03:09 PM (IST) Updated:Fri, 05 Mar 2021 03:09 PM (IST)
प्रशासन ने मदरसे में निर्माण कार्य को रोका, ग्रामीणों ने की थी शिकायत Gorakhpur News
मदरसा को तोड़कर निर्माण कार्य करने पर रोक, जागरण।

गोरखपुर, जेएनएन। सहजनवा थाना क्षेत्र के पाली गांव में बिना अनुमति मदरसे में हो रहे निर्माण कार्य को तहसील प्रशासन ने रोक दिया। पुलिस मदरसे के हाफिज व शिकायतकर्ता को थाने लेते आई। तहसील प्रशासन ने कहा है कि अनुमति के बाद ही निर्माण कार्य किया जा सकता है।

अब अनुमति के बाद ही होगा निर्माण

पाली गांव के पुराने मदरसे में हाफिज अब्दुल जब्बार द्वारा कमरों का निर्माण कराया जा रहा है। ग्रामीणों ने इसकी सूचना तहसीलदार शशिभूषण पाठक व थानाध्यक्ष संजय कुमार मिश्र को दी। दोनों तत्काल मौके पर पहुंचकर निर्माण कार्य को रुकवा दिया। ग्रामीणों ने शिकायत की थी कि हाफिज मदरसे को तोड़कर वहां कमरों का निर्माण करा रहे हैं, जबकि हाफिज अब्दुल जब्बार ने कहा कि मदरसा पुराना हो गया है। इसमें 80 बच्चे पढ़ते भी हैं। इसलिए चंदे की रकम से मदरसों का निर्माण कराया जा रहा है। तहसीलदार ने कहा कि बिना अनुमति वहां कोई निर्माण कार्य नहीं होगा। थानाध्यक्ष संजय कुमार मिश्र ने बताया कि दोंनो  पक्षों को थाने लाया गया था। निर्माण कार्य रोक दिया गया है। अनुमति के बाद ही वहां निर्माण कार्य होगा।

युवक लापता, पिता ने दो व्यक्तियों पर अपहरण का आरोप

गगहा क्षेत्र के हाटा बाजार निवासी 21 वर्षीय विशाल पुत्र राजेंद्र गुप्ता दो दिन पूर्व गांव से गायब हैं। उनके पिता ने गांव के दो व्यक्तियों पर अपहरण का आरोप लगाया है। राजेंद्र गुप्ता की हाटा रियांव मोड़ पर चाय की दुकान है। उन्होंने थाने में तहरीर देकर कहा है कि दुकान में विशाल भी सहयोग करते हैं। विशाल उस दनि भी दुकान में था। वह वहां से शौच के लिए निकला और फिर वापस नहीं लौटा। राजेंद्र ने आरोप लगाया है कि गांव के दो व्यक्तियों ने उसके बेटे को सूद पर रुपया दिया था। कुछ दिनों से वह ब्याज व रुपयों के लिए दबाव बना रहे थे!

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