भयावह हुई स्थिति, उफान पर नदी व पहाड़ी नाले

जिले में बाढ़ की स्थिति भयावह होने लगी है। एक बार फिर सभी नदी व पहाड़ी नाले बढ़ाव पर आ गए हैं। पहले प्रमुख नदियां राप्ती व बूढ़ी राप्ती खतरे के निशान से ऊपर बह रही थी। अब इनकी सहयोगी नदी कूड़ा और घोघी भी खतरे के निशान से ऊपर आ गई हैं। पहाड़ी नाला तेलार भी लाल निशान पार कर गया है। जमुआर का भी जलस्तर तेजी से बढ़ा है। यह भी खतरे के निशान के पास पहुंच रहा है। बैराज पर बानगंगा का पानी स्थिर है। सिचाई विभाग के अनुसार 24 घंटे में सर्वाधिक बारिश बांसी गेज पर दर्ज की गई है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 28 Aug 2021 08:30 PM (IST) Updated:Sat, 28 Aug 2021 08:30 PM (IST)
भयावह हुई स्थिति, उफान पर नदी व पहाड़ी नाले
भयावह हुई स्थिति, उफान पर नदी व पहाड़ी नाले

सिद्धार्थनगर : जिले में बाढ़ की स्थिति भयावह होने लगी है। एक बार फिर सभी नदी व पहाड़ी नाले बढ़ाव पर आ गए हैं। पहले प्रमुख नदियां राप्ती व बूढ़ी राप्ती खतरे के निशान से ऊपर बह रही थी। अब इनकी सहयोगी नदी कूड़ा और घोघी भी खतरे के निशान से ऊपर आ गई हैं। पहाड़ी नाला तेलार भी लाल निशान पार कर गया है। जमुआर का भी जलस्तर तेजी से बढ़ा है। यह भी खतरे के निशान के पास पहुंच रहा है। बैराज पर बानगंगा का पानी स्थिर है। सिचाई विभाग के अनुसार 24 घंटे में सर्वाधिक बारिश बांसी गेज पर दर्ज की गई है। राप्ती अपने उच्चतम निशान के पास पहुंचने को आतुर दिख दिखने लगी है। वर्ष 1998 में आई बाढ़ के निशान से यह महज .24 सेमी नीचे बह रही है।

राप्ती लगातार खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। यह धीमी गति से बढ़ रही है। .02 सेमी बढ़ाव दर्ज हुआ है। खतरे के निशान से .68 सेमी ऊपर है। बूढ़ी राप्ती में भी .44 सेमी बढ़ाव हुआ है। नदी खतरे के निशान से 1.46 मीटर ऊपर बह रही है। घोघी नदी भी खतरे का निशान पार कर गई है। इसमें .25 सेमी बढ़ाव हुआ है। नदी खतरे के निशान से .40 सेमी ऊपर बह रही है। कूड़ा नदी भी लाल निशान पार कर गई है। आलमनगर में इसका जलस्तर .40 सेमी बढ़ा है। यहां पर खतरे के निशान से .40 सेमी ऊपर है। वहीं उसका बाजार रेलवे पुल पर यह नदी .31 सेमी ऊपर उठी है। यहां भी खतरे के निशान से .32 सेमी ऊपर है। बानगंगा बैराज पर नदी खतरे के निशान से नीचे है। पहाड़ी नाला तेलार भी खतरे का निशान पार कर गया है। इसका जलस्तर .40 सेमी बढ़ा है। यह लाल निशान से .40 सेमी ऊपर पहुंच गया है। जमुआर नाला का पानी .60 सेमी बढ़ा है। यह खतरे के निशान से .74 सेमी नीचे है।

नदियों का जलस्तर (मीटर में)

नदी- जलस्तर- खतरे का निशान

बानगंगा- 1.400- 93.420

राप्ती-85.580 - 84.900

बूढ़ी राप्ती-87.110- 85.650

कूड़ा (रेलवे पुल)- 83.840-83.520

कूड़ा (आलमनगर)-88.100 - 87.200

घोघी- 87.400- 87.000

जमुआर- 84.150 - 84.890

तेलार- 85.900- 87.500

यहां हुई इतनी बारिश (मिमी)

बानगंगा-8

नौगढ़- 3.6

बांसी- 11

ककरही- 2.6

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