बिजली के दस बकायेदार, एक खाते के चेक से भुगतान- सभी बाउंस
चौरीचौरा खंड क्षेत्र के 10 उपभोक्ताओं ने बकाया जमा करने से बचने के लिए एक ही खाते से अलग-अलग चेक जारी किया। 5.50 लाख रुपये के बकाये का बिल जमा करने के लिए अलग-अलग जारी चेक बाद में बाउंस हो गए।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। बकाया जमा करने से बचने के लिए कुछ उपभोक्ता नए तरीके के हथकंडे अपनाते हैं। चौरीचौरा खंड क्षेत्र के 10 उपभोक्ताओं ने बकाया जमा करने से बचने के लिए एक ही खाते से अलग-अलग चेक जारी किया। 5.50 लाख रुपये के बकाये का बिल जमा करने के लिए अलग-अलग जारी चेक बाद में बाउंस हो गए। मामला बिजली निगम के अफसरों के संज्ञान में आया तो सभी बकायेदारों पर जुर्माना लगाया गया है। सभी से जल्द बकाया जमा करने और ऐसा न होने पर कनेक्शन काटने की चेतावनी दी गई है।
बिजली निगम के अफसरों ने बकायेदारों पर लगाया जुर्माना, कटेगा कनेक्शन
एक ही व्यक्ति के नाम से जारी चेकबुक के अलग-अलग पन्नों पर बकायेदारों ने भुगतान की राशि लिखकर निगम के काउंटर पर जमा की थी। सभी को नियमानुसार भुगतान की रसीद भी मिल गई। इनमें राजधानी गांव निवासी एक उपभोक्ता ने एक लाख 17 हजार, लक्ष्मणपुर गांव के उपभोक्ता ने 45 हजार 200 रुपये, मुंडेरा बाजार के उपभोक्ता ने 34 हजार रुपये का चेक जमा किया था। इसी तरह अन्य उपभोक्ताओं ने भी चेक जमा किया था।
चौरीचौरा में सामने आया कनेक्शन काटने से बचने के लिए हुआ खेल
चौरीचौरा खंड के अधिशासी अभियंता मनीष झा ने बताया कि चेक बाउंस होने की पड़ताल कराई गई तो एक ही बैंक खाते से अलग-अलग उपभोक्ताओं के नाम चेक जमा करने की जानकारी मिली। सभी के कनेक्शन पर जुर्माना लगा दिया गया है। खंड के दोनों उपखंड अधिकारियों को बकाया न जमा होने पर कनेक्शन काटने के निर्देश दिए गए हैं।
चार घंटे बंद रहा राप्तीनगर फेज एक फीडर
राप्तीनगर ओल्ड उपकेंद्र से जुड़ा राप्तीनगर फेज एक फीडर सोमवार को सुबह 10 बजे से दोपहर दो बजे तक बंद रहा। यह जानकारी नगरीय विद्युत वितरण खंड चतुर्थ राप्तीनगर के अधिशासी अभियंता अविनाश गौतम ने दी। उधर, खोराबार क्षेत्र के रामगढ़ फीडर से जुड़े 21 गांव और 12 कालोनियों के हजारों उपभोक्ताओं को रविवार को 31 घंटे बाद बिजली मिली। शुक्रवार की रात तकरीबन दो बजे रामगढ़ फीडर की लाइन पर पेड़ की डालियां टूटकर गिरने से आपूर्ति ठप हुई थी। अफसरों का कहना है कि आठ पेड़ों की डालियां गिरने से दिक्कत हुई। इन डालियों को काटने के लिए वन विभाग से अनुमति मांगी गई थी लेकिन ऐसा नहीं हुआ। इस बीच शुक्रवार को हुई बारिश के बीच पेड़ की डालियां तार पर गिर गईं। रविवार सुबह तकरीबन नौ बजे आपूर्ति सामान्य हो सकी।