पोर्टल पर ब्योरा अपलोड नहीं करने वाले शिक्षक माने जाएंगे संदिग्ध, एसटीएफ करेगी जांच

वर्तमान में जनपद में 12727 शिक्षक तीन हजार शिक्षामित्र व साढ़े पांच सौ अनुदेशक हैं। इनके अलावा ढ़ाई से तीन सौ कर्मचारी हैं। इनमें से लगभग 97 फीसद शिक्षकों-कर्मचारियों का विवरण अपलोड हो चुका है। जबकि 248 का ब्योरा अपलोड होना शेष है।

By Satish ShuklaEdited By: Publish:Mon, 26 Oct 2020 04:15 PM (IST) Updated:Mon, 26 Oct 2020 04:15 PM (IST)
पोर्टल पर ब्योरा अपलोड नहीं करने वाले शिक्षक माने जाएंगे संदिग्ध, एसटीएफ करेगी जांच
बेसिक शिक्षा विभाग का प्रतीकात्‍मक फाइल फोटो।

गोरखपुर, जेएनएन। मानव संपदा पोर्टल पर ब्योरा अपलोड नहीं करने वाले शिक्षकों पर बेसिक शिक्षा परिषद ने नकेल कसने का फैसला किया है। ऐसे शिक्षक संदिग्ध माने जाएंगे और इनकी नियुक्तियों की जांच एसटीएफ करेगी। ऐसे शिक्षकों की सूची परिषद एसटीएफ को उपलब्ध करा कराएगा। बार-बार निर्देश व समय बढ़ाने के बाद भी शिक्षकों द्वारा लापरवाही बरतने पर बेसिक शिक्षा परिषद ने यह कदम उठाया है। गोरखपुर जनपद में अभी तक 248 शिक्षकों ने पोर्टल पर ब्योरा अपलोड नहीं किया है।

वर्तमान में जनपद में 12727 शिक्षक, तीन हजार शिक्षामित्र व साढ़े पांच सौ अनुदेशक हैं। इनके अलावा ढ़ाई से तीन सौ कर्मचारी हैं। इनमें से लगभग 97 फीसद शिक्षकों-कर्मचारियों का विवरण अपलोड हो चुका है। जबकि 248 का ब्योरा अपलोड होना शेष है। फिलहाल ब्योरा अपलोड करने के लिए बेसिक शिक्षा परिषद ने दस नवंबर आखिरी समय सीमा तय की है।

जिले में अब तक पकड़े जा चुके हैं आधा दर्जन मामले

मानव संपदा पोर्टल पर ब्योरा अपलोड करने के दौरान अब तक आधा दर्जन से अधिक फर्जी शिक्षकों की पाेल खोल चुकी है। एक ही नाम के दो शिक्षक अलग-अलग जनपदों में नौकरी करते पाए गए हैं, जिनके खिलाफ विभाग द्वारा जांच की जा रही है। जिला बेसिक अधिकारी भूपेंद्र नारायण सिंह का कहना है कि जनपद में अब तक 97 फीसद शिक्षकों-कर्मचारियों का विवरण पोर्टल पर अपलोड हो चुका है। जिन 248 शिक्षकों ने अब तक ब्योरा मानव संपदा पोर्टल पर अपलोड नहीं किया है उनकी ब्लाकवार जानकारी संबंधित ब्लाकों के बीईओ से मांगी गई है। यह सूची एसटीएफ को जांच के लिए उपलब्ध कराई जाएगी।

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