अवकाश ले 22 सूत्रीय मांगों को लेकर धरना देने लखनऊ जाएंगे शिक्षक-कर्मचारी

अशासकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों के सभी शिक्षक 22 सूत्रीय मांगों को लेकर शिक्षा निदेशक बेसिक कार्यालय लखनऊ में 27 अक्टूबर को आयोजित होने वाले धरने में अवकाश लेकर प्रतिभाग करेंगे। शिक्षक-कर्मचारी अपने हक की लड़ाई को लेकर एकजुट हैं।

By Navneet Prakash TripathiEdited By: Publish:Tue, 26 Oct 2021 04:54 PM (IST) Updated:Tue, 26 Oct 2021 04:54 PM (IST)
अवकाश ले 22 सूत्रीय मांगों को लेकर धरना देने लखनऊ जाएंगे शिक्षक-कर्मचारी
अवकाश ले 22 सूत्रीय मांगों को लेकर धरना देने लखनऊ जाएंगे शिक्षक-कर्मचारी। प्रतीकात्‍मक फोटो

गोरखपुर, जागरण संवाददाता। अशासकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों के सभी शिक्षक 22 सूत्रीय मांगों को लेकर शिक्षा निदेशक बेसिक कार्यालय लखनऊ में 27 अक्टूबर को आयोजित होने वाले धरने में अवकाश लेकर प्रतिभाग करेंगे। शिक्षक-कर्मचारी अपने हक की लड़ाई को लेकर एकजुट हैं।

सभी संगठनों की हुई बैठक

उप्र माध्यमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष डा.दिग्विजय पांडेय एवं जिलामंत्री श्याम नारायन सिंह ने बताया कि 25 अक्‍टूबर को कर्मचारी, शिक्षक, अधिकारी एवं पेंशनर्स अधिकार मंच उप्र के तत्वावधान में शिक्षा भवन परिसर पर आयोजित बैठक में यह फैसला लिया गया है। उन्होंने 28 अक्टूबर को नगर निगम परिसर स्थित रानी लक्ष्मीबाई पार्क में आयोजित होने वाले धरना-प्रदर्शन में को भी सफल बनाने की अपील की।

पुरानी पेंशन बहाल करने की मांग

राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के अध्यक्ष रूपेश श्रीवास्तव व उपाध्यक्ष भारतेंदु यादव ने कहा कि जब जनप्रतिनिधि वोट मांगने आए तो वह हमारी भावनाओं को समझे तथा उसे आगे बढ़ाएं। परिषद के संरक्षक शब्बीर अली ने बुढ़ापे की लाठी पुरानी पेंशन बहाल करने की मांग की। बैठक में दिलीप कुमार गुप्ता, शंभूनाथ गौड, शीला पांडेय, राममिलन पासवान, राजेश चंद श्रीवास्तव, दुर्गेश प्रताप राव, सुबोध कुमार पांडेय, प्रमोद कुमार आदि मौजूद रहे।

धरने को सफल बनाने की बैठक में बनी रणनीति

उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ (पांडेय गुट) की एक बैठक सोमवार को प्रेमचंद पार्क में हुई। बैठक में शिक्षकों की विभिन्न मांगों को लेकर 28 अक्टूबर को आयोजित होने वाले धरने को सफल बनाने की रणनीति तय की गई। बैठक की अध्यक्षता करते हुए प्रांतीय अध्यक्ष शिवाकांत ओझा ने कहा कि शिक्षक सेवा अधिकरण 2021 को वापस लेने, पुरानी पेंशन बहाली, प्रधानाचार्यों का विनियमितीकरण, वित्तविहीन विद्यालयों के शिक्षकों की सेवा सुरक्षा व सम्मानजनक मानदेय तथा स्वपोषित विद्यालयों को अनुदान सूची में लाया जाना हमारी प्रमुख मांगें हैं। बैठक में जेडी को मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपे जाने को लेकर विचार किया गया।

जिलामंत्री यागेंद्र नाथ शुक्ल ने जिले के सभी पदाधिकारियों व शिक्षकों से धरने को सफल बनाने की अपील की। बैठक में प्रमुख रूप से डा.सुबाष शाही, बलदाऊ द्विवेदी, विष्णु शंकर सिंह, राकेश त्रिपाठी, कपिलदेव मिश्र, अशोक पाठक, अखिलेंद्र मिश्र, शक्तिनारायण सिंह, आशीष कुमार शुक्ल, सुरेंद्र प्रसाद तथा प्रशांत मणि आदि मौजूद रहे।

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