चुनाव ड्यूटी से मना करने पर फंसे गुरुजी, जानिए अब क्या होगा उनके साथ Gorakhpur News
चुनाव की ड्यूटी में आनाकानी करने वाले इंटर कालेज के प्रवक्ता के खिलाफ जिलाधिकारी के. ने कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। डीआइओएस ने भोलाराम मस्करा इंटर कालेज के प्रबंधक को पत्र लिखकर संबंधित प्रवक्ता के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा है।
गोरखपुर, जेएनएन : त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की ड्यूटी में आनाकानी करने वाले इंटर कालेज के प्रवक्ता के खिलाफ जिला निर्वाचन अधिकारी/ जिलाधिकारी के. विजयेंद्र पाण्डियन ने कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। जिलाधिकारी के निर्देश के बाद जिला विद्यालय निरीक्षक (डीआइओएस) ने भोलाराम मस्करा इंटर कालेज के प्रबंधक को पत्र लिखकर संबंधित प्रवक्ता के खिलाफ कार्रवाई कर इसकी जानकारी विभाग को भी देने को कहा है। प्रवक्ता के खिलाफ विधिक कार्रवाई करने की भी तैयारी है।
ड्यूटी आदेश प्राप्त नहीं किया प्रवक्ता ने
भोलाराम मस्करा इंटर कालेज के प्रवक्ता मनोज कुमार सिंह की ड्यूटी पाली ब्लाक के न्याय पंचायत डोहरिया कला में सेक्टर मजिस्ट्रेट के रूप में सेक्टर संख्या आठ में लगी है। कलेक्ट्रेट के वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी के अनुसार मनोज कुमार सिंह को फोन पर बार-बार इस बात की जानकारी दी गई। वाट्सएप पर भी ड्यूटी आदेश भेजा गया। इंटर कालेज के प्रधानाचार्य ने भी आदेश का अनुपालन करने को कहा था, लेकिन इसके बावजूद मनोज सिंह ने ड्यूटी आदेश प्राप्त नहीं किया। उन्होंने स्वयं को अस्वस्थ बताते हुए प्रधानाचार्य को वाट्सएप के जरिए अवकाश स्वीकृति के लिए प्रार्थना पत्र भेज दिया। प्रधानाचार्य ने इसे आदेश की अवहेलना मानते हुए अनुशासनहीनता संबंधी पत्र मनोज कुमार सिंह को वाट्सएप के जरिए भेजा। मनोज द्वारा ड्यूटी आदेश प्राप्त न करने को निर्वाचन जैसे महत्वपूर्ण कार्य में आदेश की अवहेलना मानी गई है। इसके बाद मनोज के खिलाफ उत्तर प्रदेश पंचायत राज्य अधिनियम के अंतर्गत कार्रवाई करने का निर्देश डीआइओएस को दिया गया है। डीआइओएस ने बताया कि जिला निर्वाचन अधिकारी के निर्देश के बाद मनोज सिंह के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। विद्यालय के प्रबंधक को भी कार्रवाई कर अवगत कराने को कहा गया है।
कर्मचारियों के मौलिक अधिकारों का हो रहा हनन : रूपेश
राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के जिलाध्यक्ष रूपेश श्रीवास्तव ने कहा कि चुनाव ड्यूटी करने वाले कर्मचारी अपना प्रधान नहीं चुन सकेंगे। यह उनके मौलिक अधिकार का हनन है। रूपेश ने कहा कि अधिकारियों को इस समस्या से अवगत कराया गया है लेकिन किसी ने कोई पहल नहीं की। उन्होंने कहा कि जो कर्मचारी ग्रामीण क्षेत्र से आते हैं, वे मतदान के अधिकार से वंचित हो रहे हैं। इस संबंध में राज्य निर्वाचन आयोग में भी बात की गई है लेकिन केवल आश्वासन ही मिला है। जिला मंत्री अश्विनी कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि लोकसभा एंव विधानसभा चुनाव में कर्मचारियों को प्रशिक्षण के समय ही वोट देने का विकल्प भी दिया जाता है। पंचायत चुनाव लोकतंत्र की नींव है, लेकिन इसमें कर्मचारियों को वोट देने से वंचित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कुछ कर्मचारी हाईकोर्ट जाने की भी तैयारी कर रहे हैं। बैठक में मदन मुरारी शुक्ला, अनूप श्रीवास्तव, वरुण बैरागी, इजहार अली, अशोक पाठक, विनीता ङ्क्षसह, विनय वर्मा, अब्दुल वहाब खान, जयचंद दुबे, फूलचंद मौर्य, योगेंद्र चौबे, प्रभुनाथ आदि शामिल रहे।