शिक्षक ने बनाया वाट्सएप पर ब्लड डोनर ग्रुप, एक मैसेज पर रक्तदान के लिए पहुंचते हैं सदस्य Gorakhpur News

महराजगंज के रक्तदाताओं ने नायाब पहल की है। रक्तदान करने वाले जिला अस्पताल के डाक्टर शिक्षक एसएसबी जवानों व युवाओं की वाट्सएप ग्रुप बनाई गई है। इनका मकसद सिर्फ लोगों की जिंदगी बचाना है। इस ग्रुप पर एक मैसेज आते ही सदस्य रक्तदान के लिए पहुंच जाते हैं।

By Rahul SrivastavaEdited By: Publish:Fri, 01 Jan 2021 10:55 AM (IST) Updated:Fri, 01 Jan 2021 10:55 AM (IST)
शिक्षक ने बनाया वाट्सएप पर ब्लड डोनर ग्रुप, एक मैसेज पर रक्तदान के लिए पहुंचते हैं सदस्य Gorakhpur News
जिला अस्पताल में रक्तदान करते जितेंद्र सिंह। जागरण

नीरज श्रीवास्तव, गोरखपुर: खून की कमी के कारण किसी की जान न जाए, इसके लिए महराजगंज के रक्तदाताओं ने नायाब पहल की है। रक्तदान करने वाले जिला अस्पताल के डाक्टर, शिक्षक, एसएसबी जवानों व युवाओं की वाट्सएप ग्रुप बनाई गई है। इनका मकसद सिर्फ लोगों की जिंदगी बचाना है। इस ग्रुप पर एक मैसेज आते ही सदस्य रक्तदान के लिए पहुंच जाते हैं और रक्तदान कर नजीर पेश करतें है। इस ग्रुप के सदस्यों ने अब तक 82 लोगों के लिए रक्‍तदान किया है।महराजगंज रक्तकोष के पूर्व लैब टेकनीशियन एवं कंपोजिट विद्यालय बरवां खुर्द के शिक्षक सुधीर त्रिपाठी ने चार अक्टूबर, 2019 को वाट्सएप पर ब्लड डोनर ग्रुप  बनाया। इसमें सक्रिय रक्तदाताओं को जोड़ कर जरूरतमंदों की मदद शुरू की गई। इस ग्रुप के सदस्य न केवल खुद रक्तदान करते हैं, बल्कि दूसरे लोगों को भी इसके लिए प्रेरित कर रक्तदान कराते हैं। ग्रुप के सदस्य हर महीने औसतन 10-15 ऐसे जरूरतमंदों की मदद करते हैं, जिनके पास रक्त देने वाला कोई नहीं होता है।

केस एक- 13 दिसंबर को उमेश जिला अस्पताल में भर्ती थे। उन्‍हें चार यूनिट बी पाजिटिव ब्लड की आवश्यकता थी और ब्लड बैंक में बी पाजिटिव ग्रुप नहीं था। ग्रुप के सदस्यों ने रक्तदान कर तीन यूनिट की व्यवस्था की एवं चौथा यूनिट ब्लड बैंक के प्रभारी एवं ग्रुप के सदस्य डा. बीपी सिंह ने स्वयं रक्तदान कर किया।

केस दो- 16 दिसंबर को अमरुतिया के मान सिंह मेडिकल कालेज में भर्ती थे। उन्‍हें तीन यूनिट रक्त की आवश्यकता थी और देने वाला कोई नहीं था। ग्रुप की सदस्य निधि गुप्ता, अरविंद और शिवम ने रक्तदान करके उनकी मदद की।

केस तीन- 19 दिसंबर को ग्राम कांध निवासी खुशबू सिंह छत से गिर गई और गंभीर रूप से घायल हो गई। शहर के एक हास्पिटल में भर्ती हुईं और डाक्टर द्वारा आपरेशन करने के लिए एबी पाजिटिव रक्त की मांग की गई, जो उस समय ब्लड बैंक में उपलब्ध नहीं था। ग्रुप पर यह मैसेज पढ़ते ही ग्रुप के सदस्य जितेंद्र सिंह ने रक्तदान कर खुशबू की जान बचाई।

124 सदस्यों का है ब्लड डोनर ग्रुप

ग्रुप में डा. बीपी सिंह, डा. एवी त्रिपाठी, डा. आरके विश्वकर्मा, डा. एएम भास्कर, डा. डीके साहनी, देवेश पांडेय, कमला राव, संत वर्मा, विनोद, सुलक्षणा, धर्मदेव, डा. हरिकेश, डा. कैलाश मौर्या, अंकुश परिहार, रजत, रामकुमार यादव, शिवपाल सहित सरकारी कर्मचारी, व्यापारी, छात्र, एवं एसएसबी के जवान शामिल हैं।

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