गन्ना किसानों का प्रतापपुर चीनी मिल पर 41.26 करोड़ बकाया

मिल प्रबंधन का हाल यह है कि गन्ने से तैयार चीनी बिक्री कर गन्ना किसानों का भुगतान कर रही है। अभी तक पिछले सत्र का भुगतान मिल ने किया है। नए पेराई सत्र का एक भी रुपये किसानों का भुगतान नहीं हुआ है जिससे किसान नाराज हैं।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 05 Mar 2021 12:34 AM (IST) Updated:Fri, 05 Mar 2021 12:34 AM (IST)
गन्ना किसानों का प्रतापपुर चीनी मिल पर 41.26 करोड़ बकाया
गन्ना किसानों का प्रतापपुर चीनी मिल पर 41.26 करोड़ बकाया

जागरण संवाददाता, देवरिया: जिले के किसान बकाया गन्ना मूल्य भुगतान को लेकर परेशान हैं। प्रतापपुर चीनी मिल पर गन्ना किसानों का 41.26 करोड़ रुपये बकाया है। भुगतान के लिए किसान मिल का चक्कर काट रहे हैं।

मिल प्रबंधन का हाल यह है कि गन्ने से तैयार चीनी बिक्री कर गन्ना किसानों का भुगतान कर रही है। अभी तक पिछले सत्र का भुगतान मिल ने किया है। नए पेराई सत्र का एक भी रुपये किसानों का भुगतान नहीं हुआ है, जिससे किसान नाराज हैं।

चीनी मिल में 10 दिसंबर से पेराई कार्य शुरू हुआ। मिल एक फरवरी तक चला। इस बीच 99 हजार क्विंटल गन्ना मिल ने पेराई किया, जिसका कुल मूल्य 41.26 करोड़ हुआ। जिसमें एक भी रुपये भुगतान नहीं हुआ। मिल प्रबंधन चीनी ब्रिकी कर अभी तक पुराने बकाए का भुगतान कर रहा था। अब नई चीनी बिकेगी तो किसानों का भुगतान किया जाएगा। भाटपाररानी के गन्ना किसान जय प्रकाश पांडेय, कुंज बिहारी, डा. जगरनाथ सिंह ने बताया कि किसान गन्ना पैदा कर मिल को दे रहा है। मिल उसे पेर कर चीनी बनाने के बाद बिक्री कर भुगतान ले रहा है और तब बकाए का भुगतान हो रहा है। पता नहीं दो माह में मिल प्रबंधन भुगतान देगा या एक वर्ष में कोई ठिकाना नहीं है। पिछले वर्ष का बकाया भुगतान अब मिला है।

जिला गन्ना अधिकारी आनंद कुमार शुक्ल ने बताया कि पिछले सत्र का बकाया भुगतान प्रतापपुर चीनी मिल ने कर दिया है। नए सत्र के भुगतान के लिए मिल प्रबंधन को नोटिस दी गई है। जल्द से जल्द भुगतान हो इसके लिए प्रयास किया जा रहा है।

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