छेडख़ानी से क्षुब्ध छात्रा ने आग लगाकर जान दी Gorakhpur News
उसके पिता के मुताबिक वह प्रतिदिन पतरा गांव में कोचिंग पढऩे जाती थी। आरोप है कि रतनपुर गांव निवासी हरीश आते-जाते उससे अश्लील हरकत करता था।
गोरखपुर, जेएनएन। पिपराइच इलाके में छेडख़ानी से परेशान एक किशोरी के आग लगाने की सनसनीखेज घटना सामने आई है। गंभीर रूप से झुलसी किशोरी ने मेडिकल कालेज में दम तोड़ दिया। पिता की तहरीर पर पुलिस ने रतनपुर गांव के हरीश और उसके पिता चंद्रिका गौड़ तथा मां ऊषा देवी के विरुद्ध छेडख़ानी और पाक्सो एक्ट (लैंगिक अपराधों से बालकों का संरक्षण अधिनियम) के तहत मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद मुकदमे में खुदकुशी के लिए उकसाने की धारा बढ़ाई जाएगी।
16 वर्षीय किशोरी, दसवीं कक्षा में पढ़ती थी। उसके पिता के मुताबिक वह प्रतिदिन पतरा गांव में कोचिंग पढऩे जाती थी। आरोप है कि रतनपुर गांव निवासी हरीश आते-जाते उससे अश्लील हरकत करता था। कुछ दिन तक तो किशोरी इसे नजरअंदाज करती रही। दूसरी तरफ आरोपित की हरकत बढ़ती जा रही थी। परेशान किशोरी ने इस बारे में मां को बताया। मां के जरिये यह बात पिता को पता चली तो उन्होंने आरोपित के माता-पिता से इसकी शिकायत की।
आरोप है कि उलाहना देने पर आरोपित के माता-पिता ने किशोरी के साथ काफी दुव्र्यवहार किया और गाली-गलौच कर उन्हें अपने घर से भगा दिया। लोक-लाज के डर से परिवार के लोग पुलिस से शिकायत करने से हिचक रहे थे।
सोमवार की शाम को किशोरी, कोचिंग से लौट रही थी। आरोप है कि रास्ते में हरीश ने उसे रोक लिया और अश्लील हरकत करने लगा। शोर मचाने पर आसपास के लोग जुटने लगे तो आरोपित जान से मारने की धमकी देते हुए फरार हो गया। घर आकर किशोरी ने इस बारे में परिजनों को बताया। इसके बाद शाम को पांच बजे कमरे में मिट्टी तेल डालकर आग लगा ली। किसी तरह से आग बुझाकर परिजन उसे मेडिकल कालेज ले आए, जहां रात में ढाई बजे उसने दम तोड़ दिया।
मंगलवार को थाने पहुंचकर किशोरी के पिता ने पुलिस को तहरीर दी। पिपराइच थानेदार अनिल उपाध्याय ने कहा कि मामले में पहले कभी पुलिस से छेडख़ानी की शिकायत नहीं की गई थी। युवती की मौत के बाद पिता की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। आरोपितों की तलाश की जा रही है।