मजबूत लोकतंत्र के लिए मजबूत पक्ष व विपक्ष का होना जरूरी: प्रो.अनिरूद्ध

एक मजबूत लोकतंत्र के लिए मजबूत पक्ष और विपक्ष की आवश्यकता होती है क्योंकि सरकार एक ऐसी कार है जिसमें स्टेयरिंग नहीं होती जो ढलान पर चल रही होती है जिसे विपक्ष रोकने का काम करता है। यह बातें प्रो. अनिरुद्ध ने कहीं।

By Navneet Prakash TripathiEdited By: Publish:Sat, 27 Nov 2021 02:13 PM (IST) Updated:Sat, 27 Nov 2021 02:13 PM (IST)
मजबूत लोकतंत्र के लिए मजबूत पक्ष व विपक्ष का होना जरूरी: प्रो.अनिरूद्ध
मजबूत लोकतंत्र के लिए मजबूत पक्ष व विपक्ष का होना जरूरी। प्रतीकात्‍मक फोटो

गोरखपुर, जागरण संवाददाता। एक मजबूत लोकतंत्र के लिए मजबूत पक्ष और विपक्ष की आवश्यकता होती है, क्योंकि सरकार एक ऐसी कार है जिसमें स्टेयरिंग नहीं होती, जो ढलान पर चल रही होती है जिसे विपक्ष रोकने का काम करता है। संविधान बनाते समय हमारे संविधान निर्माताओं ने मूलाधिकार, संघात्मक ढांचा और न्यायपालिका की स्वतंत्रता को विशेष रूप से ध्यान दिया। संविधान यह अपेक्षा करता है कि सभी संस्थाएं सीमाओं में कार्य करें।

प्रो. अनिरुद्ध ने आचार्य प्रतापदित्‍य स्‍मृति व्‍याख्‍यान को किया संबोधित

यह बातें विवि के विधि विभाग के पूर्व अधिष्ठाता व चाणक्य नेशनल ला विवि पटना के डीन एकेडमिक प्रो. अनिरुद्ध प्रसाद ने कही। वह संविधान दिवस पर शुक्रवार को दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के विधि विभाग के तत्वावधान में दीक्षा भवन में ‘रोल आफ ज्यूडिशियरी इन फुलफिलमेंट आफ कान्स्टिट्शनल एस्पिरेशन’ विषय पर आचार्य प्रतापादित्य स्मृति व्याख्यान को संबोधित कर रहे थे।

इन्‍होंने की कार्यक्रम की अध्‍यक्षता

अध्यक्षता विधि विभाग के प्रो.जितेंद्र मिश्र ने किया। आचार्य प्रतापादित्य राम त्रिपाठी के बड़े सुपुत्र प्रो.सतीश चंद्र त्रिपाठी विशिष्ट अतिथि रहे। विधि विभाग के अध्यक्ष एवं अधिष्ठाता प्रो.चंद्रशेखर ने अतिथियों का स्वागत किया। संचालन डा.टीएन मिश्र एवं धन्यवाद ज्ञापन प्रो.अहमद नसीम ने किया। इस दौरान प्रो.उमेश नाथ त्रिपाठी, प्रो.शरद कुमार मिश्र, दिनेश चंद्र त्रिपाठी आदि मौजूद रहे।

विधि विभाग में निकाली गई प्रभातफेरी

इसके पूर्व संविधान दिवस पर सुबह नौ बजे विधि विभाग से प्रभातफेरी निकाली गई। प्रभात फेरी को अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश माननीय सत्यानंद उपाध्याय, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डा. विपिन ताडा, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव राहुल सिंह, बार काउंसिल यूपी के सदस्य मधुसूदन त्रिपाठी, अधिवक्ता अशोक नारायण धर दूबे, अधिष्ठाता शिक्षा शास्त्र संकाय प्रो. शोभा गौड़, अधिष्ठाता वाणिज्य संकाय प्रो.अवधेश तिवारी,अधिष्ठाता विज्ञान संकाय प्रो.शांतनु रस्तोगी, अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो.अजय सिंह, मुख्य नियंता प्रो.सतीश चंर पांडेय, अंग्रेजी विभाग से प्रो.अजय कुमार शुक्ला ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। जो विधि संकाय भवन से हिंदी विभाग होते हुए विवि परिसर से बाहर निकल कर विश्वविद्यालय चौक और पंत पार्क होते हुए पुनः विश्वविद्यालय मेन गेट से अंदर आकर विज्ञान संकाय, कला संकाय होते हुए दीक्षा भवन पर जाकर समाप्त हुई।

संविधान दिवस का किया गया आयोजन

इसी क्रम में राष्ट्रीय सेवा कार्यालय में संविधान दिवस कार्यक्रम आयोजित किया गया। रासेयो के कार्यक्रम समन्वयक डा.केशव सिंह ने कहा कि हर भारतीय के लिए 26 नवंबर का दिन महत्वपूर्ण होता है। हमारा संविधान ही है जो हमें एक आजाद देश के आजाद नागरिक की भावना का एहसास कराता है।

महाविद्यालय में संगोष्ठी का आयोजन

भवानी प्रसाद पांडेय पीजी कालेज में रासेयो द्वारा संगोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम अधिकारी डा.अमृता गुप्ता ने कहा कि संविधान ही वह दस्तावेज है जिसमें वर्णित मौलिक अधिकारों के बल पर हम देश प्रदेश के हर कोने में अपनी हर प्रकार की स्वतंत्रता का आनंद लेते हैं। इस अवसर पर प्राचार्य डा.वीके द्विवेदी, डा.दिवाकर द्विवेदी व डा.भूपेंद्र सिंह आदि ने भी संबोधित किया।

डीएवीपीजी कालेज में व्याख्यान

डीएवी पीजी कालेज में रासेयो के तत्वावधान में व्याख्यान का आयोजन किया गया। प्राचार्या डा. शैल पांडेय ने कहा कि हमें अपने अंदर ज्ञान का दीपक प्रज्जवलित करने की आवश्यकता है, ताकि हमारी आने वाली पीढ़ियां हमारे देश के संविधान के महत्व को समझ सकें। इस अवसर पर कार्यक्रम अधिकारी डा.मनोज श्रीवास्तव, डा.सुबोध, डा.राजेश राय, डा.संजय श्रीवास्तव, डा.कुलदीप द्विवेदी, डा.संजय मिश्र, डा.सुगंधा पांडेय तथा डा.प्रीति शर्मा आदि मौजूद रहे।

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