गोरखपुर शहर में जलभराव वाले इलाकों में बढ़े पेट दर्द के मरीज
गोरखपु रके जलभराव वाले क्षेत्रों में लोगों को स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं शुरू हो गई हैं। तकरीबन दो महीने से शहर के सिंघडिय़ा बिछिया पादरी बाजार मेडिकल कालेज रोड के किनारे बसी कई कालोनियों में जलभराव है। यहां के लोगों को अब पेट की समस्याएं शुरू हो गई हैं।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। गोरखपुर शहर के सिंघडिय़ा क्षेत्र के रहने वाले दिलीप सिंह तकरीबन एक सप्ताह से पेट दर्द से पीडि़त थे। मेडिकल स्टोर से दर्द और गैस की दवा लेकर खा रहे थे लेकिन जब तक दवा का असर रहता था तब तक ही समस्या दूर रहती थी। दवा का असर खत्म होते ही फिर पेट में दर्द होने लगता था। एक दिन उन्होंने डाक्टर को दिखाया तो पता चला कि पेट में संक्रमण होने के कारण दिक्कत हो रही है। अब दिलीप को एंटीबायोटिक दी जा रही है। डाक्टर ने पानी उबालकर ठंडा करने के बाद छान कर इस्तेमाल की सलाह दी है। साथ ही कहा है कि यदि वह ऐसा न कर सकें तो कुछ दिनों के लिए कहीं और शिफ्ट हो जाएं।
लगातार बढ़ रही है संख्या
यह सिर्फ दिलीप सिंह की ही समस्या नहीं है। शहर के जलभराव वाले इलाकों में पेट से जुड़ी बीमारियों के मरीजों की संख्या की संख्या बढऩे लगी है। सिंघडिय़ा, मेडिकल कालेज रोड और पादरी बाजार इलाके से ज्यादा मरीज डाक्टरों के पास पहुंच रहे हैं। डाक्टरों का कहना है कि लगातार जलभराव के कारण हैंडपंप से गंदा पानी आ रहा है। इसका इस्तेमाल करने वाले नागरिकों के पेट में संक्रमण हो रहा है।
इन मोहल्लों में है ज्यादा जलभराव
तकरीबन दो महीने से शहर के सिंघडिय़ा, बिछिया, पादरी बाजार, मेडिकल कालेज रोड के किनारे बसी कई कालोनियों, बडग़ो, सेंदुली बेंदुली, कजाकपुर आदि मोहल्लों में जलभराव है। इन मोहल्लों का पानी निकालने के लिए नगर निगम प्रशासन ने जगह-जगह पंपिंग सेट लगाए हैं लेकिन एक तरफ पानी निकालने की कोशिश चल रही है तो दूसरी तरफ बारिश के कारण फिर जलभराव हो जा रहा है। जलभराव वाले इलाके के हैंडपंप से कई दिनों से गंदा पानी आ रहा है।
जलभराव वाले इलाकों में हैं तो यह करें
पानी उबालकर ठंडा करें और फिर सूती कपड़े से छानकर इस्तेमाल करें
पानी में क्लोरीन की गोलियां डालें
बाहर खुले में बिकने वाले खाद्य पदार्थों का इस्तेमाल न करें
पेट में दर्द या गैस की दिक्कत होने पर डाक्टर की सलाह पर ही इलाज कराएं
शहर के कई इलाकों में जलभराव के कारण पेट में संक्रमण के मरीजों की संख्या में बढ़ोत्तरी हुई है। एंटीबायोटिक और पेट दर्द की दवाओं से इस्तेमाल से मरीजों को राहत मिल जा रही है। लोग बचाव करें, जलभराव वाले इलाकों में रहने वाले हर हाल में साफ पानी का इस्तेमाल करें। - डा. अखिलेश सिंह, वरिष्ठ फिजीशियन