लाइन में खड़े होकर कर रहे थे टीका लगने का इंतजार, स्वास्थ्यकर्मी चौराहे की दुकान में कर रहे थे टीकाकरण
सहजनवां इलाके के कोडरीकला गांव में प्राथमिक विद्यालय पर लगाए गए कैंप में लोग टीका लगवाने के लिए कतार में खडे थे। आरोप है कि स्वास्थ्यकर्मी उन्हें छोडकर चले गए और गांव के चौराहे पर एक दुकान में बैठकर कुछ लोगों काेे टीका लगाया।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। सहजनवां इलाके के कोडरीकला में 18 सितंबर की शाम को कोरोना से बचाव का टीका लगाने को लेकर हंगामा हो गया। ग्रामीणों ने टीकाकरण टीम पर लाइन में खड़े लोगों को टीका न लगाने और चौराहे पर जाकर कुछ लोगों को टीका लगाने का आरोप लगाया। हंगामा देख टीकाकरण की टीम वापस चली गई।
प्राथमिक विद्यालय में चल रहा था टीकाकरण
सहजनवां के कोडरीकला स्थित प्राथमिक विद्यालय में शनिवार को कोरोना से बचाव का टीका लगाया जा रहा था। टीका लगवाने के लिए भारी संख्या में ग्रामीण पहुंचे थे। शाम पांच बजे स्वास्थ्य विभाग की टीम वापस जाने लगी। ग्रामीणों का कहना था कि उन्होंने स्वास्थ्यकर्मियों से लाइन में लगे लोगों को टीका लगाने का अनुरोध किया लेकिन उन्होंने एक नहीं सुनी। प्राथमिक विद्यालय से निकलकर टीम जब जोगियाकोल चौराहे पर पहुंची तो वहां एक दुकान पर कुछ लोगों को टीका लगाए जाने लगा। इसकी जानकारी जब लाइन में लगे ग्रामीणों को हुई तो वह चौराहे पर पहुंच गए। ग्रामीणों ने चौराहे पर हंगामा शुरू कर दिया।
अफसरों से की गई शिकायत
ग्राम प्रधान के प्रतिनिधि रामलाल ने कहा कि लाइन में लगे ग्रामीणों को छोड़कर चौराहे पर कुछ लोगों को टीका लगाना गलत है। इसकी शिकायत स्वास्थ्य विभाग के अफसरों से की गई है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सहजनवां के अधीक्षक डा. सतीश सिंह ने कहा कि मामले की जानकारी नहीं है। यदि कोई लिखित शिकायत करेगा तो जांच कराई जाएगी। जांच में गलती मिलने पर कार्रवाई की जाएगी।
70 बूथों पर 17 हजार 540 नागरिकों को लगा कोरोना से बचाव का टीका
18 सितंबर को जिले के 70 बूथों पर कोरोना से बचाव का टीका लगाया गया। नियमानुसार शनिवार को सिर्फ दूसरी डोज लगाई जाती है लेकिन नागरिकों की सहूलियत के लिए पहली डोज भी लगाई जा रही है। शनिवार को 1610 को पहली और 15 हजार 930 नागरिकों को दूसरी डोज लगाई गई। कुल 17 हजार 540 नागरिकों को टीका लगाया गया। सीएमओ डा. सुधाकर पांडेय ने बताया कि जिले में कोरोना से बचाव का टीका पर्याप्त मात्रा में है। 20 सितंबर से अभियान में और तेजी आएगी।