आनंदनगर- शोहरतगढ़ रेलमार्ग का विद्युतीकरण पूरा, स्पीड ट्रायल आज
जुलाई में गोंडा तक पूरा कार्य हो जाएगा। जिसके बाद गोरखपुर- बढ़नी रूट पर भी इलेक्ट्रिक इंजन से गाड़ियां दौड़ने लगेंगी। वहीं दिसंबर तक 90 प्रतिशत रेलमार्गों पर इलेक्ट्रिक इंजन से चलने वाली ट्रेनें दौड़ने लगेंगी। अगले साल तक 100 का लक्ष्य रखा है।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। पूर्वोत्तर रेलवे के लखनऊ मंडल स्थित आनंदनगर- शोहरतगढ़ लगभग 50 किमी रेलमार्ग का विद्युतीकरण पूरा हो गया है। 27 मार्च यानी आज मंडल रेल प्रबंधक डा. मोनिका अग्निहोत्री, संबंधित प्रमुख विभागाध्यक्षों और अधिकारियों की मौजूदगी में रेल संरक्षा आयुक्त इस मार्ग का निरीक्षण कर स्पीड ट्रायल करेंगे। जुलाई तक शोहरतगढ़ से गोंडा तक करीब 125 किमी रेलमार्ग का विद्युतीकरण भी पूरा हो जाएगा। इसके बाद गोरखपुर से आनंदनगर-बढ़नी-गोंडा रेलमार्ग पर भी इलेक्ट्रिक इंजन से चलने वाली ट्रेनों का संचालन शुरू हो जाएगा।
तेजी से हो रहा लूप लाइनों का विद्युतीकरण
पूर्वोत्तर रेलवे के लूप लाइनों (साइड वाली रेल लाइनें) का तेजी से विद्युतीकरण हो रहा है। रेलवे प्रशासन ने दिसंबर 2022 तक 90 प्रतिशत रेलमार्गों के विद्युतीकरण का लक्ष्य निर्धारित किया है। रेल मंत्रालय ने वर्ष 2023 तक पूर्वोत्तर रेलवे सहित भारतीय रेलवे के सभी मार्गों के विद्युतीकरण की योजना तैयार की है। जनसंपर्क अधिकारी महेश गुप्ता ने निरीक्षण और स्पीड ट्रायल के दौरान लोगों से रेल लाइन से दूर रहने की अपील की है।
80 प्रतिशत रूट का पूरा हो गया है विद्युतीकरण
पूर्वोत्तर रेलवे के 3141.53 रूट किमी में से अभी तक कुल 2415.1 रूट किमी यानी लगभग 80 प्रतिशत रेलमार्ग का विद्युतीकरण पूरा हो गया है। वर्ष 2020-21 एवं 2021-22 में अभी तक 15 रेलमार्गों विद्युतीकरण हुआ है, जिसपर इलेक्ट्रिक इंजन से ट्रेनें चलने लगी हैं।
विद्युतीकरण के फायदे
123 ट्रेनों में होगी जनरल टिकट की सुविधा
रेल यात्रियों के लिए राहत भरी खबर है। अब वे लंबी दूरी की नियमित एक्सप्रेस ट्रेनों के साधारण कोचों में जनरल टिकट पर यात्रा कर सकेंगे। यह सुविधा सभी ट्रेनों में एक साथ नहीं शुरू होगी। बल्कि, 26 मार्च से चरणवार कोविड काल से पूर्व की व्यवस्था लागू हुई है। सात जुलाई तक 104 दिनों में पूर्वोत्तर रेलवे की 123 ट्रेनों में जनरल टिकट की व्यवस्था शुरू हो जाएगी।