Railway News: गोरखपुर के रास्ते कामाख्या से वैष्णो देवी कटरा के बीच चलेगी स्पेशल ट्रेन

Railway News गोरखपुर से वैष्णो देवी का दर्शन करने जाने वाले यात्रियों की सुविधा के लिए रेलवे ने गोरखपुर के रास्ते कामाख्या से श्रीमाता वैष्णो देवी कटरा के बीच एक जोड़ी साप्ताहिक स्पेशल एक्सप्रेस ट्रेन चलाने की घोषणा की है।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Publish:Mon, 14 Jun 2021 11:49 AM (IST) Updated:Mon, 14 Jun 2021 08:09 PM (IST)
Railway News: गोरखपुर के रास्ते कामाख्या से वैष्णो देवी कटरा के बीच चलेगी स्पेशल ट्रेन
रेलवे ने गोरखपुर के रास्ते कामाख्या से वैष्णो देवी के बीच स्पेशल ट्रेन चलाने की घोषण की है।

गोरखपुर, जेएनएन। मां कामाख्या और वैष्णो देवी का दर्शन करने की इच्छा रखने वाले श्रद्धालुओं के लिए राहत भरी खबर है। लोगों की सुविधा के लिए रेलवे बोर्ड ने गोरखपुर के रास्ते कामाख्या से श्रीमाता वैष्णो देवी कटरा के बीच एक जोड़ी साप्ताहिक स्पेशल एक्सप्रेस ट्रेन चलाने की घोषणा की है।

मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पंकज कुमार सिंह के अनुसार यह ट्रेन 27 जून से अगले आदेश तक चलाई जाएगी। इस ट्रेन में सामान्य द्वितीय श्रेणी के 04, शयनयान के 10, वातानुकूलित तृतीय श्रेणी के 05 तथा वातानुकूलित द्वितीय श्रेणी के 01 कोच सहित कुल 22 कोच लगाए जाएंगे। सभी कोच आरक्षित होंगे। कंफर्म टिकट पर ही यात्रा की अनुमति होगी।

कामाख्या से 27 जून से प्रत्येक रविवार को चलेगी 05655 नंबर की ट्रेन

05655 कामाख्या- श्रीमाता वैष्णो देवी कटरा स्पेशल 27 जून से अगले आदेश तक प्रत्येक रविवार पूर्वाह्न 11.00 बजे रवाना होगी। यह ट्रेन न्यू जलपाईगुड़ी, बरौनी, नरकटियागंज होते हुए दूसरे दिन अपराह्न 02.40 बजे छूटकर गोंडा, सीतापुर, बरेली, के रास्ते तीसरे दिन अपराह्न 03.45 बजे श्रीमाता वैष्णो देवी कटरा पहुंचेगी।

कटरा से 30 जून से प्रत्येक बुधवार को चलेगी 05656 नंबर की स्पेशल

05656 श्रीमाता वैष्णो देवी कटरा- कामाख्या स्पेशल 30 जून से प्रत्येक बुधवार से सुबह 3.45 बजे रवाना होगी। यह ट्रेन जम्मूतवी, मुरादाबाद, बरेली, सीतापुर, गोंडा होते हुए गोरखपुर से दूसरे दिन सुबह 04.45 छूटकर नरकटियागंज, बरौनी, न्यूजलपाईगुड़ी के रास्ते तीसरे दिन पूर्वाह्न 11.30 बजे कामाख्या पहुंचेगी।

एनईआर में बढ़ गई 1054 सीटें

रेलवे के हेड आन जेनरेशन तकनीकी (एचओजी) से पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन ने इलेक्ट्रिक इंजन से चलने वाली इंटरसिटी, दादर और देहरादून सहित 34 ट्रेनों से न सिर्फ एक-एक पावरकार हटा लिया है। बल्कि, 1054 सीट बढ़ाकर और डीजल की बचत कर सिर्फ एक साल में 21 करोड़ की बचत भी कर लिया है। दरअसल, इलेक्ट्रिक इंजनों में एचओजी तकनीक लग जाने से लिंक हाफमैन बुश (एलएचबी) कोच से चलने वाली ट्रेनों में दो-दो पावरकार की उपयोगिता ही समाप्त हो गई है। हालांकि, विकल्प के रूप में अभी भी एक-एक पावरकार लग रही है। आने वाले दिनों में सभी ट्रेनों से एक-एक पावरकार हटा दी जाएगी।

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