बहराइच से वाराणसी तक 71 ट्रेनों पर विशेष नजर, 600 सिपाहियों की लगी ड्यूटी Gorakhpur News

दरअसल पूर्वी यूपी और बिहार की बड़ी आबादी दिल्ली मुंबई कोलकाता हैदराबाद और बंगलुरू में काम करती है। दिवाली और छठ पर यह लोग घर लौटते हैं।

By Satish ShuklaEdited By: Publish:Thu, 24 Oct 2019 08:40 PM (IST) Updated:Fri, 25 Oct 2019 08:00 AM (IST)
बहराइच से वाराणसी तक 71 ट्रेनों पर विशेष नजर,  600 सिपाहियों की लगी ड्यूटी Gorakhpur News
बहराइच से वाराणसी तक 71 ट्रेनों पर विशेष नजर, 600 सिपाहियों की लगी ड्यूटी Gorakhpur News

गोरखपुर, जेएनएन। ट्रेन में सफर के दौरान रेल यात्रियों की सुरक्षा के लिए जीआरपी ने  प्लान बनाया है। इसके तहत बहराइच से वाराणासी के बीच गुजरने वाली 71 ट्रेनों पर उसकी विशेष नजर है। इन गाडिय़ों को चोरी, लूट और जहरखुरानी के लिए संवेदनशील माना जाता है। आरपीएफ के साथ जीआरपी की संयुक्त टीम एसी, स्लीपर ही नहीं एसएलआर (मालवाहक बोगी) और पेंट्रीकार  (रसोई यान) की भी जांच कर रही है।

जहरखुरानों के खिलाफ प्‍लान तैयार

दरअसल पूर्वी यूपी और बिहार की बड़ी आबादी दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, हैदराबाद और बंगलुरू में काम करती है। दिवाली और छठ पर यह लोग घर लौटते हैं। चोरों, लुटेरों के साथ जहरखुरान अक्सर इन्हें अपना शिकार बना लेते हैं। त्योहारों पर इन यात्रियों को सकुशल घर पहुंचाने के लिए ही सुरक्षा का यह प्लान तैयार किया गया है।

जीआरपी के गोरखपुर, देवरिया, भटनी, मऊ, बलिया, आजमगढ़, बस्ती, गोंडा, आनंदनगर, बहराइच व गाजीपुर थाने पर तैनात 600 सिपाही और 54 दारोगा रोस्टर के हिसाब से संवेदनशील ट्रेनों की चेकिंग कर रहे हैं।

इन गाडिय़ां की हो रही निगरानी

सहरसा गरीब रथ, कटिहार स्पेशल, बिहार संपर्क क्रांति, अरुणाचल सुपरफास्ट, आम्रपाली, मौर्य, पुरबिया, पूर्वांचल, शहीद, बाघ, कामाख्या, अवध आसाम, कुशीनगर, गोदान, एलटीटी, चौरीचौरा, कृषक, ग्वालियर-बरौनी, नरकटियागंज पैसेंजर, छपरा कचहरी, काशी एक्सप्रेस जैसी गाडिय़ों की विशेष निगरानी की जा रही है। एस्कोर्ट पर नजर रखने की जिम्मेदारी थाना प्रभारी को दी गई है।

ट्रेन के साथ ही प्लेटफार्म और सर्कुलेटिंग एरिया में भी जांच

एसपी रेलवे पुष्पांजलि देवी का कहना है कि त्योहार में बाहर से आने वाली सभी ट्रेनों में यात्रियों की भीड़ रहती है। सुरक्षा को मुकम्मल करने के लिए 71 ट्रेनों को विशेष तौर पर चिन्हित किया गया है। हर थानेदार से जांच की नियमित रिपोर्ट ली जा रही है। ट्रेन के साथ ही प्लेटफार्म और सर्कुलेटिंग एरिया में भी जांच हो रही है। 

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