भाई के अंक पत्र पर हथिया ली सिपाही की नौकरी Gorakhpur News

बलिया जिले के एक युवक ने भाई के अंक पत्र पर बस्‍ती में सिपाही की नौकरी हासिल कर ली। दो साल बाद इस मामले की पोल खुली तो पुलिस अफसरों के होश उड़ गए। सिपाही के खिलाफ बस्‍ती के कोतवाली थाने में धोखाधड़ी का मुकदमा करा दिया गया है।

By Rahul SrivastavaEdited By: Publish:Mon, 31 May 2021 10:10 AM (IST) Updated:Mon, 31 May 2021 11:20 AM (IST)
भाई के अंक पत्र पर हथिया ली सिपाही की नौकरी Gorakhpur News
भाई के अंक पत्र पर ली सिपाही की नौकरी, मुकदमा हुआ दर्ज। प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

गोरखपुर, जेएनएन : बलिया जिले के एक युवक ने भाई के अंक पत्र पर बस्‍ती में सिपाही की नौकरी हासिल कर ली। दो साल बाद इस मामले की पोल खुली तो पुलिस अफसरों के होश उड़ गए। सिपाही के खिलाफ बस्‍ती के कोतवाली थाने में धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज करा दिया गया है। पुलिस कप्तान आशीष श्रीवास्तव ने सिपाही को निलंबित करने के साथ ही बर्खास्तगी की प्रक्रिया शुरू कर दी है।

सीओ रुधौली को सौंपी थी मामले की जांच

इस मामले की शिकायत मिलने पर पुलिस कप्तान ने प्रकरण की जांच सीओ रुधौली धनंजय सिंह कुशवाहा को सौंपी। जांच में शिकायत सही पाए जाने के बाद मिले तथ्यों के आधार पर सीओ रुधौली की ओर से कोतवाली थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया है। सिपाही राहुल कुमार सिंह के नाम पर नौकरी कर रहा था, जबकि उसका असली नाम रोहित कुमार सिंह है। रोहित और राहुल सगे भाई हैं।

भाई के शैक्षणि‍क अंक पर भर्ती हुआ था रोहित

रोहित वर्ष 2019 में भाई के शैक्षणिक अंक पत्र पर भर्ती हुआ। प्रशिक्षण पूरा करने के बाद हर्रैया थाने में उसकी तैनाती हुई थी। सीओ रुधौली के अनुसार अपनी पहचान को छिपाते हुए उसने नौकरी हासिल की। भाई राहुल का अंक पत्र लगाकर वह उसी के नाम से आरक्षी के पद पर भर्ती हो गया था। जांच में यह तथ्य उजागर हो चुके हैं। उसके खिलाफ कोतवाली में आइपीसी की धारा 419, 420, 467, 468 व 471 के तहत मुकदमा दर्ज करा दिया गया है। पूरे मामले की रिपोर्ट एसपी को भेज दी गई है। एसपी ने बताया सिपाही को निलंबित किया जा चुका है। छुट्टी पर गांव गया तब से अनुपस्थित ही चल रहा है।

यूं खुली सिपाही की पोल

गत 31 मार्च 2021 को हर्रैया थाने से छुट्टी लेकर सिपाही बलिया के रसड़ा स्थित अपने गांव गया था। वहां विपक्षियों से मारपीट हो गई, जिसमें आरोपित सिपाही ने गोली चला दी थी। बलिया के ही रसड़ा थाने में मुकदमा दर्ज हुआ और पुलिस ने सिपाही को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। इसी विवाद के बाद उसके विपक्षियों ने भाई के अंक पत्र पर आरक्षी की नौकरी हासिल करने की शिकायत एसपी बस्ती से कर दी थी।

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