तो क्या बदमाश को मालूम था कि कहां रखी है रकम
बदमाश के तौर-तरीके को लेकर पुलिस खड़े कर रही सवाल ऊपर जाते समय कर्मचारियों के ध्यान न
बदमाश के तौर-तरीके को लेकर पुलिस खड़े कर रही सवाल
ऊपर जाते समय कर्मचारियों के ध्यान न देने से हो रहा संदेह
जागरण संवाददाता, गोरखपुर
करीब दर्जन भर कर्मचारियों और ग्राहकों की भीड़ के बीच एक बदमाश के आने और 7.50 लाख रुपये आराम से लूटकर चले जाने की घटना पर सहसा यकीन नहीं होता। लूट करने का बदमाश का तौर-तरीका और बताया जा रहा घटनाक्रम भी वैसा नहीं है जैसा आमतौर से इस तरह की दूसरी घटनाओं में होता है। सीधे दूसरी मंजिल पर पहुंचकर लूट करने से लग रहा है कि जैसे बदमाश को मालूम हो कि रकम कहां रखी है? यही बात पुलिस को खटक रही है। फिलहाल मामले की गहराई से छानबीन में जुटी पुलिस ने बहुत जल्दी घटना का पर्दाफाश करने का संकेत दिया है।
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सीधे स्टोर मैनेजर के चेंबर में पहुंचा था बदमाश : दूसरी मंजिल पर स्थित स्टोर के मैनेजर मयूरी शर्मा के चेंबर तक वही व्यक्ति पहुंच सकता है, जिसे ठीक से मालूम हो कि वह कहां बैठती हैं। यदि किसी बाहरी व्यक्ति को इस बारे में पता भी हो तो सामान्यत: उनके चेंबर तक जाने के लिए किसी कर्मचारी के माध्यम से पहले उनसे अनुमति लेनी पड़ती है। बता दें कि फर्म के कैश का हिसाब-किताब वही करती हैं और अपने चेंबर के अंदर ही स्थित लाकर में रखती हैं। इसीलिए यह सावधानी बरती जाती है। ऐसे में बदमाश का स्टोर में आना और सीधे मैनेजर के चेंबर में पहुंचकर लूट करना गले के नीचे नहीं उतर रहा। क्योंकि किसी भी बाहरी व्यक्ति के मैनेजर के चेंबर तक जाने की बात छोड़िए, सीढि़यों की तरफ रुख करने की भी इजाजत नहीं है।
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सुबह स्टोर में आए थे एसी मरम्मत करने वाले : वोडाफोन स्टोर में इस समय एसी मरम्मत का काम चल रहा है। स्टोर खुलने पर मरम्मत का काम कर रही फर्म के दो कर्मचारी आए थे। कुछ देर काम करने के बाद मरम्मत का अपना सामान वहीं छोड़कर चले गए थे। उनके जाने के काफी देर बाद लूट करने वाला बदमाश आया और खुद को एसी वाला बताते हुए अंदर घुसकर वारदात को अंजाम दिया। बदमाश को इस बात की जानकारी तभी हो सकती है जब स्टोर या एसी मरम्मत करने वाली फर्म से जुड़े किसी व्यक्ति ने उसे इस बारे में बताया हो। इस आधार पर यह कहा जा सकता है कि लूट की वारदात यदि वाकई में हुई तो स्टोर या मरम्मत का काम कर रही फर्म का कोई व्यक्ति भी बदमाश से मिला हुआ है।
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छुट्टी पर गया था नियमित सुरक्षा गार्ड : वोडाफोन स्टोर के बाहर ड्यूटी करने वाला निजी कंपनी का नियमित सुरक्षा गार्ड खजनी निवासी पवन चार दिन की छुट्टी पर हैं। सुरक्षा कंपनी ने पवन की जगह गुरुवार को ओम प्रकाश विश्वकर्मा नाम के दूसरे गार्ड को भेजा था। उसके अनुसार मुंह बांधकर युवक को अंदर जाने से उसने रोका था लेकिन खुद को एसी वाला बताकर वह अंदर चला गया। यहां तक तो ठीक है लेकिन उस युवक का कर्मचारियों के बीच से होते हुए सीधे दूसरी मंजिल पर चले जाने की बात समझ में नहीं आती। यह सवाल उठना स्वाभाविक है कि किसी कर्मचारी ने ऊपर जाते समय आखिर उसे रोका-टोका क्यों नहीं? लूट के बाद बदमाश के नीचे उतरते समय क्या किसी कर्मचारी की उस पर नजर नहीं पड़ी? इसके अलावा और भी सवाल हैं, जिनके जवाब पुलिस तलाश रही है।
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सीसी टीवी फुटेज से खुलेंगे राज : वोडाफोन स्टोर में लगे सीसी टीवी कैमरे बदमाश की तस्वीर कैद तो है, लेकिन इसमें वह मुंह बांधे हुए है। इसलिए स्टोर के अंदर लगे कैमरों से उसकी पहचान करना मुश्किल है लेकिन पुलिस को स्टोर के आसपास की दुकानों में लगे सीसी टीवी कैमरे की फुटेज से सुराग मिलने की उम्मीद है। माना जा रहा है कि स्टोर से निकलने के बाद भागते समय सामान्य दिखने के लिए बदमाश ने चेहरे पर लिपटा गमछा जरूर हटा लिया होगा। इसी उम्मीद में पुलिस वोडाफोन स्टोर के बगल में स्थित एचडीएफसी बैंक के बाहर और आसपास तथा तिराहे से बैंक रोड और टाउन हाल की तरफ जाने वाले रास्ते पर दुकानों के बाहर लगे कैमरों का फुटेज देख रही है।