एसी में रहेंगे सांप, शेर-भालू के लिए कूलर ; ठंड से राहत के लिए लगाए जाएंगे ब्लोअर Gorakhpur News

गोरखपुर के चिडिय़ाघर में सांपों के लिए विशेष व्यवस्था होगी। उनके लिए एसी का इंतजाम किया जा रहा है जो गर्मी और ठंड दोनों मौसम में तापमान नियंत्रित कर सके।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Publish:Fri, 13 Dec 2019 02:27 PM (IST) Updated:Sun, 15 Dec 2019 10:47 AM (IST)
एसी में रहेंगे सांप, शेर-भालू के लिए कूलर ; ठंड से राहत के लिए लगाए जाएंगे ब्लोअर Gorakhpur News
एसी में रहेंगे सांप, शेर-भालू के लिए कूलर ; ठंड से राहत के लिए लगाए जाएंगे ब्लोअर Gorakhpur News

गोरखपुर, डॉ. राकेश राय। जानकर आश्चर्य होगा कि जैसे हम और आप सर्दी और गर्मी में राहत के लिए एसी, कूलर, ब्लोअर और हीटर का इंतजाम करते हैं, ठीक उसी प्रकार चिडिय़ाघर के जानवरों के लिए भी उनकी प्रकृति के मुताबिक ठंड और गर्मी से राहत के लिए जरूरी यंत्र लगाए जाएंगे। चिडिय़ाघर प्रशासन ने इसकी पूरी कार्ययोजना तैयार कर ली है। बाड़ों के निर्माण में भी इसका ख्याल रखा जा रहा है।

चिडिय़ाघर में सांपों के लिए विशेष व्यवस्था होगी। उनके लिए एसी का इंतजाम किया जा रहा है, जो गर्मी और ठंड दोनों मौसम में तापमान नियंत्रित कर सके।मांसाहारी जानवरों जैसे बाघ, शेर, तेंदुआ, लोमड़ी, लकड़बग्घा, भेडिय़ा, सियार को गर्मी के मौसम में राहत देने के लिए कूलर लगाए जाएंगे। इन जानवरों के बाड़े में छोटे-छोटे तालाब भी बनाए जाएंगे, जिससे ज्यादा गर्मी होने पर वह पानी में जाकर राहत ले सकें। इसके पीछे का तर्क मांसाहारी जानवरों को गर्मी ज्यादा लगना है। भालू के बाड़े में भी कूलर लगेगा। ठंड में इन सभी के लिए ब्लोअर का इंतजाम किया जाएगा।

चिडिय़ों को बल्ब से दी जाएगी गर्मी

चिडिय़ाघर में दुर्लभ प्रजाति की चिडिय़ों को ठंड में दिक्कत न हो, इसके लिए उनके पिंजड़े में ऐसे बल्ब लगाए जाएंगे, जो माहौल में गर्मी लाएं। ठंडे प्रदेश की चिडिय़ों के लिए इसका विशेष ध्यान रखा जाएगा।

नियमित बदलेगा एक्वेरियम का पानी

अत्यधिक ठंड और गर्मी के मौसम में मछलियों का जीवन सुरक्षित रहे, इसके लिए चिडिय़ाघर के एक्वेरियम का पानी नियमित बदला जाएगा। जरूरत पडऩे पर एसी भी लगाया जाएगा। 

किसी भी मौसम में चिडिय़ाघर के जानवरों को दिक्कत न हो, इसका विशेष ध्यान रखा जाएगा। प्रावधान के मुताबिक एसी, कूलर और ब्लोअर लगाए जाएंगे। इसी के अनुरूप बाड़ों का निर्माण हो रहा है।  - संजय कुमार मल्ल, सहायक वन संरक्षक, चिडिय़ाघर

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