फटे होंठ व कटे तालू वाले बच्चों के लिए वरदान साबित हो रहा स्माइल ट्रेन

बस्ती जिले में स्माइल ट्रेन फटे होंठ व कटे तालू वाले बच्चों के लिए जिले में वरदान बनकर आई है। ऐसे गरीब परिवार जो कभी अपने बच्चों के इस विकार के प्रति मायूस हो चुके थे उन्हें अब यकीन हो गया है कि उनका बच्चा भी पढ़ाई-लिखाई कर सकेगा।

By Navneet Prakash TripathiEdited By: Publish:Wed, 27 Oct 2021 05:35 PM (IST) Updated:Wed, 27 Oct 2021 05:35 PM (IST)
फटे होंठ व कटे तालू वाले बच्चों के लिए वरदान साबित हो रहा स्माइल ट्रेन
फटे होंठ का आपरेशन होने के बाद मां की गोद में मोनिका। सौ.स्वास्थ्य विभाग

गोरखपुर, जागरण संवाददाता। बस्ती जिले में स्माइल ट्रेन फटे होंठ व कटे तालू वाले बच्चों के लिए जिले में वरदान बनकर आई है। ऐसे गरीब परिवार जो कभी अपने बच्चों के इस विकार के प्रति मायूस हो चुके थे, उन्हें अब यकीन हो गया है कि उनका बच्चा भी अन्य बच्चों की तरह पढ़ाई-लिखाई कर सकेगा। बच्चा सामान्य जिंदगी बसर कर सकेगा।

बडी संख्‍या में लोग ले रहे हैं जानकारी

बड़ी संख्या में लोग सीएमओ कार्यालय पहुंचकर स्माइल ट्रेन के प्रतिनिधि नीरज शर्मा से जानकारी ले रहे हैं। अब तक 30 लोगों ने आपरेशन के लिए पंजीकरण भी करा लिया है। पंजीकरण के साथ ही उन्हें आपरेशन की तारीख दी जा रही है। उनका आपरेशन लखनऊ के प्रतिष्ठित अस्पताल में निश्शुल्क कराया जाएगा।

स्‍माइल ट्रेन के सहयोग से हुआ था बच्‍ची का आपरेशन

सदर ब्लाक के ढोड़ऊपुर गांव के रहने वाले राम चंद्र चौहान अपनी तीन साल की बेटी मोनिका को लेकर मंगलवार को सीएमओ कार्यालय पहुंचे थे। उन्होंने बताया कि उनकी बेटी का दोनों ओर का होंठ फटा हुआ था। 11 जून 2020 को स्माइल ट्रेन के सहयोग से इसका आपरेशन हो चुका है। कटे तालू का आपरेशन होना बाकी है। उन्होंने जब सुना कि स्माइल ट्रेन वालों द्वारा पंजीकरण किया जा रहा है तो वह यहां पर पहुंचे हैं। उनका कहना है कि वह शहर के एक होटल में मजदूरी करते हैं। घर में चार बच्चे हैं। अपने खर्च पर वह इतना महंगा इलाज कराने की सोंच भी नहीं सकते थे। स्माइल ट्रेन उनके लिए किसी वरदान से कम नहीं है।

चल रहा बच्‍चों के पंजीकरण का काम

राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (आरबीएसके) के नोडल अफसर डा. सीके वर्मा ने बताया कि सभी ब्लाकों की आरबीएसके टीम को दिशा-निर्देशित किया गया है कि वह अपने क्षेत्र के कटे-फटे होंठ वाली समस्या के बच्चों को लाकर पंजीकरण कराएं। 31 अक्टूबर तक पंजीकरण होगा। हमारा लक्ष्य है कि ज्यादा से बच्चों को इसका लाभ मिल सके। सीएमओ डा. अनूप कुमार ने लोगों से अपील किया है कि वह इस समस्या से जूझ रहे बच्चों का पंजीकरण कराकर निश्शुल्क इलाज कराएं।

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