स्मार्ट मीटर वाले उपभोक्ताओं की बढ़ रही है मुसीबत Gorakhpur News
शहर के कई उपभोक्ता इन दिनों बिजली निगम के अफसरों का चक्कर काट रहे हैं। उन्होंने कनेक्शन पोस्ट पेड लिया लेकिन अचानक बिजली गुल होने के बाद उन्हें बताया गया कि उनका कनेक्शन प्री पेड है। अब रीचार्ज करने के बाद ही आपूर्ति बहाल हो सकेगी।
गोरखपुर, जेएनएन। राप्तीनगर की फौजिया खातून ने लाकडाउन में जुलाई महीने में एक किलोवाट का पोस्टपेड कनेक्शन लिया। पिछले हफ्ते उनकी बिजली बंद हो गई। उपकेंद्र पर पहुंचे तो पता चला कि प्री पेड मीटर लगा है, रीचार्ज कराने के बाद ही बिजली मिलेगी। पांच हजार का रीचार्ज कराया तब बिजली मिली। फौजिया और उनक परिवार हैरान है। उनका कहना है कि कनेक्शन पोस्टपेड लिया तो फिर अचानक प्रीपेड कैसे हो गया। यही हाल राप्तीनगर की ही उर्मिला देवी का भी है।
फौजिया और उर्मिला देवी की तरह शहर के कई उपभोक्ता इन दिनों बिजली निगम के अफसरों का चक्कर काट रहे हैं। उन्होंने कनेक्शन पोस्ट पेड लिया लेकिन अचानक बिजली गुल होने के बाद उन्हें बताया गया कि उनका कनेक्शन प्री पेड है। अब रीचार्ज करने के बाद ही आपूर्ति बहाल हो सकेगी।
स्मार्ट मीटर वाले ही परेशान
बिजली निगम ने पिछले साल 15 अगस्त से पहले शहर में कार्यदायी संस्था लार्सन एंड टूब्रो (एलएंडटी) से स्मार्ट मीटर लगवाए। 55 हजार 882 मीटर लगाए भी जा चुके हैं। अब स्मार्ट मीटर वाले कुछ उपभोक्ताओं को बताया जा रहा है कि उनका कनेक्शन प्री पेड था।
स्मार्ट मीटर से उपभोक्ताओं को यह दिक्कत
बिल समय से नहीं मिल रहा है। बिल का एसएमएस समय से नहीं मिल रहा। शिकायत का समय से निस्तारण नहीं होता। आवेदन के बाद भी चेक मीटर नहीं लगाया जाता। अनाप-शनाप बिल से होती है परेशानी। अधीक्षण अभियंता यूवी वर्मा का कहना है कि साफ्टवेयर में गड़बड़ी के कारण कुछ दिक्कत आयी है। फिलहाल राप्तीनगर खंड से ज्यादा मामले सामने आए हैं। पोस्ट पेड कनेक्शन लेने वाले उपभोक्ताओं के कनेक्शन यदि प्री पेड हो गए हैं तो वह संबंधित खंड क्षेत्र के अधिशासी अभियंता को पत्र दें। जांच कराकर कनेक्शन को फिर पोस्ट पेड करया जाएगा।