ट्रेन से बच्चे को अगवा करने वाली महिला का स्केच होगा तैयार, मुजफ्फरपुर रवाना हुई जीआरपी Gorakhpur News
बिट्टू ठाकुर सात जून को पत्नी छोटी देवी चार साल के बेटे अंकुश व दो साल की बेटी आयुषी व रिश्तेदारों के साथ राप्तीसागर एक्सप्रेस से केरल जा रहे थे। मुजफ्फरपुर स्टेशन पर एक महिला सीट नंबर 11 पर आकर बैठ गई।
गोरखपुर, जेएनएन। राप्तीसागर एक्सप्रेस से अगवा हुए बच्चें की तलाश में गोरखपुर जीआरपी थाने से एक टीम को मुजफ्फरपुर भेजा गया है।चार दिन से चल रही छानबीन में महिला व बच्चें के बारे में कोई जानकारी नही मिली है।ट्रेन में बैठी महिला कौन थी यह जानने के लिए टीम मुजफ्फरपुर रेलवे स्टेशन पर लगे सीसी कैमरे की फुटेज देखेगी।पीडि़त परिवार से महिला का हुलिया पूछकर स्केच तैयार कराया जाएगा।
गोरखपुर व देवरिया रेलवे स्टेशन पर नहीं मिला कोई सुराग
10 जून को अपहरण का केस दर्ज करने के बाद गोरखपुर जीआरपी ने रेलवे स्टेशन के साथ ही परिसर से बाहर होटल व रेस्टोरेंट में लगे सीसी कैमरे की फुटेज देखा।लेकिन आरोपित महिला व अगवा किया बच्चा कहीं नहीं दिखा।बस स्टेशन पर भी पहुंचकर प्रभारी निरीक्षक ने छानबीन की। कोई सुराग न मिलने पर जीआरपी देवरिया रेलवे स्टेशन पहुंची, वहां से भी खाली हाथ लौटना पड़ा।गोरखपुर जीआरपी थाना प्रभारी उपेंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि आरोपित महिला की तलाश चल रही है।छानबीन में महिला के मुजफ्फरपुर रेलवे स्टेशन पर ट्रेन में बैठने की जानकारी मिली है।सोमवार को थाने के एक दारोगा व दो सिपाहियों को जांच करने के लिए मुजफ्फरपुर भेजा गया।जल्द ही गुत्थी सुलझा ली जाएगी।
यह है मामला
मधुबनी (बिहार) के गोरहर, पारा गांव निवासी बिट्टू ठाकुर सात जून को पत्नी छोटी देवी, चार साल के बेटे अंकुश व दो साल की बेटी आयुषी व रिश्तेदारों के साथ राप्तीसागर एक्सप्रेस से केरल जा रहे थे। समस्तीपुर में यह लोग ट्रेन के एस 11 कोच में सीट नंबर नौ, 11 और 12 पर बैठे। मुजफ्फरपुर स्टेशन पर एक महिला सीट नंबर 11 पर आकर बैठ गई। इसी सीट पर बिट्टू के दोनों बच्चे अपने मौसा रामसेवक के साथ सोए थे। आठ जून की सुबह ट्रेन के गोरखपुर पहुंचने पर महिला अंकुश को अगवा कर ट्रेन से उतर गई। खोजबीन के बाद स्वजन ने 10 जून को गोरखपुर जीआरपी थाने में अपहरण का केस दर्ज कराया।