जिले के छह अस्पतालों को मिली कायाकल्प अवार्ड की सौगात
जिले की चिकित्सा इकाइयों को पहले भी कायाकल्प अवार्ड मिल चुका है। इसमें जिला महिला अस्पताल सहित आठ चिकित्सा इकाई शामिल रहीं। सीएचसी मरवटिया को वर्ष 2016-17 में सबसे पहले दो लाख रुपये कायाकल्प अवार्ड के रूप में मिला था। पीएचसी कुदरहा को तीन बार पहले यह अवार्ड मिल चुका है। 2019-20 में पीएचसी कुदरहा को दो लाख रुपये का अवार्ड मिल मिल चुका है। जिला महिला अस्पताल को तीसरी बार यह अवार्ड मिला है। जिला टीबी हास्पिटलसीएचसी कप्तानगंज जिला अस्पताल सीएचसी गौर सीएचसी रुधौली सीएचसी कप्तानगंज और पीएचसी सिकंदरपुर को यह अवार्ड मिल चुका है।
बस्ती : जिले के छह अस्पतालों का चयन कायाकल्प अवार्ड के लिए किया गया है। जिन अस्पतालों का चयन हुआ है, उसमें जिला महिला अस्पताल के अलावा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कप्तानगंज, रुधौली, गौर, परशुरामपुर व हर्रैया शामिल हैं। मंडल में सबसे ज्यादा अस्पतालों का चयन बस्ती जिले से ही हुआ है।
कोविड काल में भी अस्पतालों में बेहतर व्यवस्था बनाए रखने की चुनौती थी। कोविड काल में इन अस्पतालों को अवार्ड के लिए चयनित किया गया है। मानक के अनुसार अस्पताल का संचालन करने व मरीजों को बेहतर सुविधा प्रदान करने वाली चिकित्सा इकाइयों को कायाकल्प और इन्क्वास अवार्ड से सम्मानित किया जाता है। आंतरिक व बाह्य मूल्यांकन में बेहतर प्रदर्शन करने वालों का चयन अवार्ड के लिए किया जाता है। इसमें साफ-सफाई, अभिलेखों का रखरखाव, दवा आदि का प्रबंधन, बायोवेस्ट मैनेजमेंट जैसे बिदु शामिल होते हैं। मानक में खरा उतरने के बाद राज्य स्तर से से जिला महिला अस्पताल व पांच सीएचसी का चयन कायाकल्प अवार्ड 2020-21 के लिए किया गया है। इसके तहत जिला महिला अस्पताल को 3.5 लाख रुपये व सभी चयनित सीएचसी को एक-एक लाख रुपये बतौर पुरस्कार मिलेंगे।
क्वालिटी एश्योरेंस सेल के जिला क्वालिटी कंसल्टेंट डा. अजय कुमार ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2020-21 में कायाकल्प अवार्ड स्कीम के अंतर्गत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों का तीन चरणों (इंटर्नल, पियर व एक्सटर्नल असेस्मेंट) कार्य कराया गया था। कोविड काल के कारण केंद्र सरकार के निर्देश पर एक्सटर्नल असेस्मेंट वर्चुअली किया गया था। मानक के आधार पर प्रदेश में कुल 215 चिकित्सा इकाइयों का चयन हुआ है, इन्हें 70 प्रतिशत से अधिक स्कोर प्राप्त हुआ है, इसमें बस्ती के छह अस्पताल शामिल हैं। प्रभारी सीएमओ डा. फखरेयार हुसैन ने बताया कि चयनित अस्पतालों में और बेहतर कार्य के लिए कर्मियों व चिकित्सकों को प्रोत्साहित किया जाएगा। अस्पतालों को पहले भी मिल चुका है अवार्ड
जिले की चिकित्सा इकाइयों को पहले भी कायाकल्प अवार्ड मिल चुका है। इसमें जिला महिला अस्पताल सहित आठ चिकित्सा इकाई शामिल रहीं। सीएचसी मरवटिया को वर्ष 2016-17 में सबसे पहले दो लाख रुपये कायाकल्प अवार्ड के रूप में मिला था। पीएचसी कुदरहा को तीन बार पहले यह अवार्ड मिल चुका है। 2019-20 में पीएचसी कुदरहा को दो लाख रुपये का अवार्ड मिल मिल चुका है। जिला महिला अस्पताल को तीसरी बार यह अवार्ड मिला है। जिला टीबी हास्पिटल,सीएचसी कप्तानगंज, जिला अस्पताल, सीएचसी गौर, सीएचसी रुधौली, सीएचसी कप्तानगंज और पीएचसी सिकंदरपुर को यह अवार्ड मिल चुका है।