PM Modi Visit to Siddharthnagar: एक दो नहीं छह हेलीपैड बनवा रहा प्रशासन, जानें- बुद्ध की धरती पर कब पड़ेंगे पीएम के कदम
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सिद्धार्थनगर आगमन की तैयारियां जोरों पर हैं। पुलिस लाइन और कार्यक्रम स्थल पर कुल छह हेलीपैड होंगे। पुलिस लाइन में एक स्थाई हेलीपैड पहले से है। इसकी लंबाई और चौड़ाई बढ़ाई जाएगी। तीन हेलीपैड कार्यक्रम स्थल और पुलिस लाइन में दो और बनाए जा रहे हैं।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सिद्धार्थनगर आगमन की तैयारियां जोरों पर हैं। पुलिस लाइन और कार्यक्रम स्थल पर कुल छह हेलीपैड होंगे। पुलिस लाइन में एक स्थाई हेलीपैड पहले से है। इसकी लंबाई और चौड़ाई बढ़ाई जाएगी। तीन हेलीपैड कार्यक्रम स्थल और पुलिस लाइन में दो और बनाए जा रहे हैं। कार्य को तेजी से पूरा करने के लिए तीन सहायक और छह जूनियर इंजीनियर की टीम लगी है।
हेलीपैड बनाने में लगे हुए हैं ढाई सौ मजदूर
ढाई सौ मजदूर हेलीपैड बनाने में लगे हुए हैं। पीएम मोदी के साथ तीन हेलीकाप्टर होंगे। तीनों कार्यक्रम स्थल पर ही उतरेंगे। मुख्यमंत्री और राज्यपाल का हेलीकाप्टर पुलिस लाइन में उतरेगा। तीस स्कवायर मीटर में बन रहे हेलीपैड को बनाने में 70 हजार ईंटों की खपत होगी। एक हेलीपैड जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय के पीेछे बनाया जा रहा है। जबकि दूसरा हाईवे से 100 मीटर की दूरी पर उत्तर दिशा में बनेगा। वहीं तीसरा हेलीपैड इन दोनों के बीच में रहेगा। वहां से आवागमन के लिए सीसी रोड का निर्माण भी किया जा रहा है। उम्मीद है कि सभी हेलीपैड दो से तीन दिन में बनकर तैयार हो जाएंगे। पांच नए हेलीपैड के निर्माण पर 350000 ईंट लगेंगे।
तीन दिन में काम पूरा करने का दिया गया निर्देश
पीडब्ल्यूडी के अधिशासी अभियंता आरएस यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री के आगमन पर पांच हेलीपैड बनाए जा रहे हैं। एक जो पहले से मौजूद है, उसे भी कुछ बड़ा किया जाएगा। कार्य तीन दिन के भीतर पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं।
प्रधानमंत्री कर सकते हैं खलीलाबाद-बहराइच रेल खंड का शिलान्यास
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुद्ध भूमि से 30 जुलाई को मेडिकल कालेज का लोकार्पण करेंगे। अन्य छह जनपदों के नवनिर्मित मेडिकल कालेज का वर्चुअल लोकार्पण भी यहीं से करेंगे। नवनिर्मित केंद्रीय विद्यालय का भी लोकार्पण कर सकते हैं। केंद्रीय विद्यालय का भवन तैयार हो गया है। हैंडओवर की प्रक्रिया शेष रह गई है। प्रधानमंत्री मंच से जनपद को कई सौगात भी दे सकते हैं। इनमें कई वर्षों से लंबित चल रही खलीलाबाद-बहराइच रेल लाइन परियोजना भी हैं। इस परियोजना को रेलवे ने हरी झंडी भी दे दी है। केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय बजट में भी स्थान दिया है। भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया भी शुरू हो गई है। संभावना व्यक्त की जा रही है कि प्रधानमंत्री इस परियोजना का शिलान्यास कर सकते हैं।
डुमरियागंज व बांसी तहसील में बनेंगे सात रेलवे स्टेशन
खलीलाबाद-बहराइच रेल लाइन के लिए स्वीकृति काफी पहले मिली। जमीन का सर्वें तो पूरा हो चुका है ,लेकिन किस खाताधारक की जमीन कितनी है इसका निर्धारण अभी तक नहीं हो सका था। एसडीएम ने राजस्व टीम के साथ प्रारंभ किया है। 240 किमी. लंबे इस रेल मार्ग पर डुमरियागंज व बांसी तहसील में सात रेलवे स्टेशन बनेंगे। दोनों तहसील के पचास गांव से इसके लिए भूमि अधिग्रहण की तैयारी है। राजस्व टीम उन किसानों की खतौनी सत्यापित कर रही है जिनकी कृषि योग्य भूमि इस दायरे में आ रही है।
यहां बनेंगे रेलवे स्टेशन
डुमरियागंज तहसील क्षेत्र में धनखरपुर हाल्ट, डुमरियागंज, टिकरिया हाल्ट, भग्गोभार में रेलवे स्टेशन बनेगा। वहीं बांसी तहसील में रमवापुर दुबे, बांसी और खेसरहा रेलवे स्टेशन बनेंगे। जिले की सीमा में रेलवे लाइन गहिरौला गांव से प्रारंभ होकर सुम्हा तक होगी।
इन गांव से अधिग्रहित होगी भूमि
अहिरौला, गहिरौला, पिकौरा, बिथरिया, श्यामपुर, बिथरिया, पुरैना, खानतारा, भानपुर रानी, भानपुर मस्जिदिया, जूड़ीकुइयां, धनखरपुर, तेनुहार, असाधरपुर, चकचई, चौरा, बनगवां, कादिराबाद, रेहरा, अगया, महुआ खुर्द, मिश्रौलिया, एकघरवा, बनगवा, सेमुआडीह, बसडिलिया, बसघरा, लोहरौली, भगवानपुर, बढ़नी, परसिया, सेखुइया, टिकरिया, औराताल, जिमड़ी, कुस्म्ही, जमौतिया, पिपरगड्डी, काजी पोखरा, थुमहा, भग्गोभार, सेहरी बुजुर्ग, पेड़ारी, सुम्हा कुल 50 गांव दायरे में आ रहे हैं।