पहाड़ों पर बारिश और मैदान में बाढ़ जैसे हालात, नदियों के जल स्तर में उतार-चढ़ाव जारी Gorakhpur News

अचानक नदी का जलस्तर बढऩे कुशीनगर जनपद के छितौनी अमवाखास व अहिरौली-पिपराघाट (एपी) तटबंध पर दबाव बढ़ गया है। गंडक का ट्रेंड अभी भी बढ़ाव की ओर है।

By Satish ShuklaEdited By: Publish:Wed, 18 Sep 2019 09:24 PM (IST) Updated:Wed, 18 Sep 2019 11:23 PM (IST)
पहाड़ों पर बारिश और मैदान में बाढ़ जैसे हालात, नदियों के जल स्तर में उतार-चढ़ाव जारी Gorakhpur News
पहाड़ों पर बारिश और मैदान में बाढ़ जैसे हालात, नदियों के जल स्तर में उतार-चढ़ाव जारी Gorakhpur News

गोरखपुर, जेएनएन। नेपाल में हो रही बारिश मैदानी इलाकों के लिए मुसीबत का सबब बनती जा रही है। गोरखपुर-बस्‍ती में कई स्‍थानों पर बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं।

सरयू और गंडक के जलस्तर में उतार-चढ़ाव जारी

गोरखपुर-बस्ती मंडल की दो प्रमुख नदियों सरयू और गंडक के जलस्तर में उतार-चढ़ाव जारी है। बुधवार की सुबह गंडक नदी का डिस्चार्ज 2.20 लाख क्यूसेक पहुंच गया जबकि मंगलवार की शाम चार बजे नदी का डिस्चार्ज 1.39 लाख क्यूसेक था। अचानक नदी का जलस्तर बढऩे कुशीनगर जनपद के छितौनी, अमवाखास व अहिरौली-पिपराघाट (एपी) तटबंध पर दबाव बढ़ गया है। गंडक का ट्रेंड अभी भी बढ़ाव की ओर है। सिंचाई विभाग के अधिकारी सभी तटबंधों की लगातार निगरानी कर रहे हैं।

अधिकारियों ने किया निरीक्षण

अधीक्षण अभियंता केके राय ने सरयू नदी के केएसएस (खडग़पुर-शाहपुर) तटबंध का निरीक्षण किया। उन्होंने अधिशासी अभियंता रूपेश खरे को संवेदनशील जगहों की निगरानी के निर्देश दिए। कहा कि नदी अभी भी खतरे के निशान से 20 सेमी ऊपर बह रही है, इसलिए विभागीय अधिकारी एलर्ट रहें। अधीक्षण अभियंता केके राय ने बताया कि महराजगंज, कुशीनगर व गोरखपुर के तटबंधों की लगातार मानीटरिंग की जा रही है।

अधिकारियों को कैंप करने के निर्देश

संवदेनशील व कटान करने वाले तटबंधों पर युद्धस्तर पर कार्य चल रहा है। सरयू नदी के जल स्तर में गिरावट आई है लेकिन नदी अभी भी खतरे के निशान से ऊपर है। इस कारण अवर अभियंता व सहायक अभियंता को मौके पर ही कैंप करने का निर्देश दिया गया है। 

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