Gorakhpur Triple Murder Case: हत्या की साजिश रचने वाला सिंहासन यादव गिरफ्तार

एसपी साउथ अरुण कुमार सिंह ने बताया कि गगहा क्षेत्र में 10 मार्च को रितेश मौर्य व 30 मार्च को दुकानदार शंभू मौर्य व उनके उनके कर्मचारी संजय पांडेय की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इसमें सिंहासन यादव की साजिश थी।

By Satish Chand ShuklaEdited By: Publish:Mon, 10 May 2021 02:51 PM (IST) Updated:Mon, 10 May 2021 02:51 PM (IST)
Gorakhpur Triple Murder Case: हत्या की साजिश रचने वाला सिंहासन यादव गिरफ्तार
हत्‍या की साजिश रचने वाला सिंहासन यादव पुलिस हिरासत में , जागरण।

गोरखपुर, जेएनएन। रितेश मौर्या, शंभू व संजय की हत्या की साजिश रचने वाले शातिर सिंहासन यादव को गगहा पुलिस ने सीयर मोड़ के पास गिरफ्तार कर लिया। दोपहर बाद उसे कोर्ट में पेश किया गया जहां से जेल भेज दिया गया।सन्नी व युवराज के साथ मिलकर 2013 में सिंहासन ने दुकानदार समेत तीन लोगों की हत्या कर दी थी।

एसपी साउथ अरुण कुमार सिंह ने बताया कि गगहा क्षेत्र में 10 मार्च को रितेश मौर्य व 30 मार्च को दुकानदार शंभू मौर्य व उनके उनके कर्मचारी संजय पांडेय की गोली मारकर हत्या कर दी थी। वारदात को अंजाम देने वाले शातिर सन्नी सिंह व युवराज को एसटीएफ की मदद से गगहा पुलिस ने शुक्रवार को गिरफ्तार किया था। उनसे पूछताछ में पता चला कि गगहा के नेवादा गांव निवासी सिहासन यादव ने तीनों की हत्या करने के लिए असलहा मुहैया कराया था। 2013 में दर्ज हुए हत्या के मुकदमे में वादी पर वह लोग समझौता करने का दबाव बना रहे थे। लेकिन रितेश व शंभू उसकी मदद नहीं कर रहे थे जिसकी वजह से समझौता नहीं हो रहा था। नाम प्रकाश में आने के बाद सिंहासन यादव की तलाश चल रही थी। पूछताछ में उसने अपना जुर्म कबूल किया। तलाशी लेने पर उसकी जेब से 250 रुपये मिले। बदमाश पर अपहरण, हत्या, लूट, गैंगस्टर, हत्या की कोशिश व आम्र्स एक्ट के 12 केस दर्ज हैं।वारदात में शामिल उसके अन्य साथियों की तलाश चल रही है।

गांव की प्रधान है सिंहासन की पत्नी

पंचायत चुनाव में सिंहासन की पत्नी नेवादा गांव की प्रधान चुनी गई है। 2015 में भी जेल से छूटने के बाद वह प्रधानी का चुनाव लड़ा था लेकिन हार गया था।

आत्महत्या के लिए उकसाने वाला मंगेतर गिरफ्तार

दहेज न मिलने पर शादी से इंकार करने और युवती को आत्महत्या के लिए उकसाने वाले आरोपित को कोतवाली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। दोपहर बाद उसे कोर्ट में पेश किया गया जहां से जेल भेज दिया गया।

पक्की बाग की रहने वाली सावित्री देवी ने पांच मई को कोतवाली थाने पहुंच तहरीर दी।उन्होंने बताया कि बेटी प्रियंका की शादी छोटेकाजीपुर के माली टोला निवासी संतोष पासवान से तय हुई थी। जिसके एवज में उसे दो लाख रुपये रुपये व एक स्कूटी दी गई थी।शादी तय होने के बाद उनकी बेटी से संतोष फोन पर बात करता था।कुछ दिन बाद संतोष और उसके परिवार के लोग और दहेज मांगने लगे।न मिलने पर शादी करने से इंकार कर दिया।बेटी ने उससे बात की तो कहा कि मांग पूरी होने पर ही शादी करेगा।उसकी प्रताडऩा से प्रियंका सदमे में चली गई। संतोष को अपनी मौत का जिम्मेदार बताते हुए एक मई को जहर खाकर जान दे दी।सीओ कोतवाली वीपी सिंह ने बताया कि आरोपित को गिरफ्तार कर लिया गया।

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