सिद्धार्थनगर में बुखार की चपेट में आने से सगे भाई-बहन की मौत

सिद्धार्थनगर में एक ऐसी मौत जिसे देख हर कोई सदमे में है आखिर कैसे हुई एक साथ सगे भाई बहन की मौत मृतक मासूमों का चेहरा देख लोगों की आंखों में आंसू भर आया। बताया जा रहा है कि बुखार से दोनों की मौत हुई है।

By Rahul SrivastavaEdited By: Publish:Tue, 28 Sep 2021 03:43 PM (IST) Updated:Tue, 28 Sep 2021 03:43 PM (IST)
सिद्धार्थनगर में बुखार की चपेट में आने से सगे भाई-बहन की मौत
बुखार से सगे भाई-बहन की मौत। प्रतीकात्मक तस्वीर

गोरखपुर, जागरण संवाददाता : सिद्धार्थनगर में एक ऐसी मौत जिसे देख हर कोई सदमे में है, आखिर कैसे हुई एक साथ सगे भाई बहन की मौत, मृतक मासूमों का चेहरा देख लोगों की आंखों में आंसू भर आया। बताया जा रहा है कि बुखार से दोनों की मौत हुई है। जंगलीपुर गांव निवासी गुडडू की सात वर्षीय पुत्री रिया और चार वर्षीय पुत्र रितेश की तबीयत लगभग एक सप्ताह से खराब चल रही थी।

दोनों बच्चे आए थे ननिहाल

गुड्डू के दोनों बच्चे अपनी मां के साथ अपने ननिहाल महुआ थाना उतरौला जनपद बलरामपुर आए थे। वहां पर किसी निजी अस्पताल में उनका उपचार चल रहा था। ऐसे में दोनों बच्चों की हालत में कुछ सुधार नहीं हो रहा था तो दोंनो बच्चों को गंभीर हालत में इनके माता पिता ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बेवां ले जा रहा थे, जहां रास्ते मे एक घंटे के आगे पीछे दोनों सगे मासूम भाई-बहन की मौत हो गई। घटना की जानकारी मिलते ही गांव सहित क्षेत्र में शोक की लहर फैल गई। जब स्वजन दोनों मासूमों का शव घर ले आकर आए तो घर पर लोगों का तांता लगा रहा, हर किसी का दिल इस घटना से आहत था और सबके आंखों में आंसू थे, घटना से दोनों मासूमों की मां विमला व स्वजन का रो रो कर बुरा हाल है। सामुदायिक स्वास्थ केन्द्र बेवां के अधीक्षक डा. वीएन चतुर्वेदी ने बताया कि सूचना मिली है। जांच के लिए गांव में स्वास्थ विभाग की टीम भेजी गई है।

72 हजार लोगों को लगा कोरोना से बचाव का टीका

कोविड टीकाकरण के लिए मेगा कैंप का आयोजन किया गया। जिलेभर में 72 हजार लोगों को कोरोना से बचाव का टीका लगाया गया। इसके लिए उपकेंद्र स्तर पर तैयारी की गई थी। विभाग ने दो सौ से अधिक उपकेंद्र पर लगने वाले टीके के लिए ब्लाकवार स्वास्थ्यकर्मियों को जिम्मेदारी दी गई थी। सीएमओ समेत अन्य अधिकारी दिन भर हो रहे टीकाकरण की मानिटरिंग करते रहे।

chat bot
आपका साथी