दूर करनी होगी चिकित्सकों व पैरामेडिकल स्टाफ की कमी

बस्ती कोरोना वायरस की संभावित तीसरी लहर को लेकर अस्पतालों में वैसे तो तैयारियां जोर शोर

By JagranEdited By: Publish:Thu, 05 Aug 2021 06:25 AM (IST) Updated:Fri, 06 Aug 2021 08:20 PM (IST)
दूर करनी होगी चिकित्सकों व पैरामेडिकल स्टाफ की कमी
दूर करनी होगी चिकित्सकों व पैरामेडिकल स्टाफ की कमी

बस्ती : कोरोना वायरस की संभावित तीसरी लहर को लेकर अस्पतालों में वैसे तो तैयारियां जोर शोर से चल रही हैं, लेकिन कोविड की रफ्तार को रोकने में मैनपावर की कमी अड़चन बन सकती है। स्वीकृत पद के सापेक्ष अस्पतालों में न तो चिकित्सक हैं न पैरामेडिकल स्टाफ । हालांकि इस दिशा में अस्पताल प्रबंधन लगातार प्रयास कर रहे हैं।

कोविड से बचाव को लेकर जरूरी संसाधन के अलावा मैनपावर का होना जरूरी है। यदि मैनपावर ही नहीं रहेगा तो कोविड के खिलाफ जारी अभियान ध्वस्त हो जाएगा। कोरोना के अगले फेज को लेकर अस्पतालों में जरूरी सुविधाएं बढ़ाई जा रही है,लेकिन कर्मियों की कमी यहां अखरेगी। जिले के चार सीएचसी को एल-वन प्लस हास्पिटल बनाया गया है। इसके अलावा महर्षि वरिष्ठ मेडिकल कालेज बस्ती चिकित्सा इकाई ओपेक चिकित्सालय कैली को एल-टू हास्पिटल बनाया गया है। जिसमें मुंडेरवा, भानपुर, दुबौलिया व मरवटिया शामिल हैं। इन अस्पतालों में 120 बेड तैयार किया गया है। अस्पतालों में मानक के अनुसार न चिकित्सक हैं न ही स्टाफ हैं। इन अस्पतालों को संभालने के लिए अभी पूर्व में तैनात कर्मियों का ही भरोसा है। सीएमओ के अधीन 165 चिकित्सकों का पद स्वीकृत है, जिसमें 109 की तैनाती है। फार्मासिस्ट 81 में 81, एलटी 29 में 29, स्टाफ नर्स 42 में 10 ही हैं। कुछ संविदा कर्मी भी हैं। ओपेक चिकित्सालय कैली में 44 चिकित्सकों में 13 तैनात हैं। 175 के सापेक्ष 70 स्टाफ नर्स तैनात हैं। वार्ड ब्वाय 36 में 13, एलटी 17 में 17, एलए नौ में नौ, एक्स-रे टेक्निशीयन चार में तीन, फीजियोथरेपिस्ट दो में दो, फार्मासिस्ट छह में छह तैनात हैं। इसके अलावा मेडिकल कालेज में 104 चिकित्सकों में 100 की तैनाती है। महिला अस्पताल में चिकित्सक के 15 स्वीकृत पद में सात की तैनाती है। सिस्टर में छह में दो, उपचारिका 13 में 10, सीनियर एलटी एक में एक, चीफ फार्मासिस्ट तीन में तीन, फार्मासिस्ट दो में दो, स्टाफ नर्स 17 में नौ, चतुर्थश्रेणी कर्मी 40 में 26 तैनात हैं। जिला अस्पताल में चीफ फार्मासिस्ट सात में आठ, फार्मासिस्ट 12 में 14, प्रयोगशाला प्राविधिक छह में छह, फीजियोथरेपिस्ट और ईसीजी टेक्निशियन के एक-एक पद है लेकिन तैनाती किसी की नहीं है। चिकित्सकों में 47 पद में 23 की तैनाती है। स्टाफ नर्स 103 पद के सापेक्ष 66 की तैनाती है। इन अस्पतालों में एंबुलेंस की सुविधा उपलब्ध है। आक्सीजन प्लांट लगाए जा रहे हैं। सिलेंडर रिफिलिग की व्यवस्था यहां नहीं है। बाहर भेजकर सिलेंडर मंगवाया जा रहा है।

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अस्पतालों में चिकित्सकों की कमी है। पैरामेडिकल स्टाफ व टेक्निकल कर्मियों की पर्याप्त संख्या नहीं है। जिले में सैकड़ों की संख्या में पैनपावर की जरूरत है। करीब 50 की संख्या में चिकित्सक की डिमांड भेजी गई है। उपलब्ध संसाधनों से बेहतर नतीजे देने की कोशिश की जा रही है।

डा. फखरेयार हुसैन, प्रभारी सीएमओ, बस्ती

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