सिर्फ 89 दिन पेराई करके बंद हो गई सेवरही चीनी मिल Gorakhpur News

कुशीनगर जिले में दी यूपी चीनी मिल सेवरही के पेराई सत्र 2020-2021 का समापन हो गया। 89 दिन के सत्र के दौरान चीनी मिल ने 43 लाख 43 हजार चार सौ क्विंटल गन्ने की पेराई कर 4.66 लाख क्विंटल चीनी का उत्पादन किया।

By Rahul SrivastavaEdited By: Publish:Tue, 02 Mar 2021 12:50 PM (IST) Updated:Tue, 02 Mar 2021 12:50 PM (IST)
सिर्फ 89 दिन पेराई करके बंद हो गई सेवरही चीनी मिल  Gorakhpur News
सेवरही चीनी मिल में पेराई हुई बंद। जागरण

गोरखपुर, जेएनएन : कुशीनगर जिले में दी यूपी चीनी मिल सेवरही के पेराई सत्र 2020-2021 का समापन हो गया। चीनी मिल प्रबंधन ने दावा किया कि परिक्षेत्र के समस्त गन्ना की पेराई हो चुकी है।

43.43 लाख क्विंटल गन्ना से 4.66 लाख क्विंटल चीनी उत्पादित

पेराई सत्र का शुभारंभ पिछले वर्ष दो दिसंबर को हुआ था। 89 दिन के सत्र के दौरान चीनी मिल ने 43 लाख 43 हजार चार सौ क्विंटल गन्ने की पेराई कर 4.66 लाख क्विंटल चीनी का उत्पादन किया। चीनी परता का दर 10.79 फीसद रहा। पिछले वर्ष की पेराई सत्र के तुलना में इस वर्ष 49 दिन कम रहा। गन्ने की पेराई भी कम हुई, उत्पादन व परता भी कम दर्ज किया गया, तब चीनी मिल 28 नवंबर, 2019 को चालू होकर 13 अप्रैल, 2020 को बंद हुई थी।

सत्र 2019-20 के सापेक्ष आधा रहा उत्पादन, परता भी घटा

उस दौरान कुल 138 दिन में 70.15 लाख क्विंटल गन्ने की पेराई हुई थी। आठ लाख 30 हजार क्विंटल चीनी का उत्पादन हुआ और चीनी परता 11.86 फीसद था। किसानों ने बताया कि ज्यादा बारिश एव जल निकास न होने से गन्ना व धान की फसल बर्बाद होने से परिक्षेत्र के किसानों को लगभग 100 करोड़ का नुकसान हुआ है, इसलिए आधा उत्‍पादन हुआ और परता भी घट गया।

रेडराट रोग से सूख गई फसल

अधिशासी निदेशक शेर सिंह चौहान ने बताया कि जल निकासी न होने से फसल गल गई व रेडराट रोग से सूख गई। उन्होंने बताया कि जल निकास के रास्ते खोलने के लिए सिंचाई विभाग को निर्देशित करने के लिए डीएम से अनुरोध किया गया है।

चीनी मिल के कर्मचारी से प्राप्‍त कर सकते हैं बीज

चीनी मिल के गन्ना महाप्रबंधक शरद सिंह ने किसानों से इस वर्ष 0118, 9301, 94184 प्रजाति के गन्ने की बोआई करने की सलाह दी। उन्‍होंने बताया कि इन बीजों को किसान चीनी मिल के कर्मचारी से संपर्क करके प्राप्त कर सकते है।

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