Communicable disease control month: बच्चों को दिमागी बुखार से बचाने के लिए बता रहे सात उपाय
बुखार के रोगियों को खोजने के साथ ही दिमागी बुखार की रोकथाम पर स्वास्थ्य विभाग का विशेष जोर है। सीएमओ डा. सुधाकर पांडेय ने बताया कि इन सात संदेशों पर अमल करने के लिए लोगों को प्रेरित किया जा रहा है।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। एक जुलाई से शुरू हुए विशेष संचारी रोग नियंत्रण माह में दिमागी बुखार से बच्चों को बचाने के लिए लोगों को सात उपाय बताए जा रहे हैं। बुखार के रोगियों को खोजने के साथ ही दिमागी बुखार की रोकथाम पर स्वास्थ्य विभाग का विशेष जोर है। सीएमओ डा. सुधाकर पांडेय ने बताया कि इन सात संदेशों पर अमल करने के लिए लोगों को प्रेरित किया जा रहा है। इनका पालन करने से कई बीमारियों की रोकथाम हो सकेगी। उपचार से बेहतर बचाव है, इसलिए बचाव पर सरकार का ज्यादा जोर है। बीमारियों से संबंधित जानकारी के लिए 104 नंबर पर फोन किया जा सकता है।
ये हैं सात संदेश
नियमित टीकाकरण सत्र में दो साल तक के बच्चों को जापानी इंसेफ्लाइटिस का टीका लगवाएं। घरों के आसपास साफ-सफाई रखें। मच्छरों से बचने के लिए पूरे आस्तीन की कमीज और पतलून पहनें। स्वच्छ पेयजल पीयें। आसपास जलजमाव न होने दें। कुपोषित बच्चों का विशेष ध्यान रखें। खुले में शौच न करें, साबुन पानी से हाथ धोएं, रोजाना स्नान करें।
स्वास्थ्य शिविर में जांची गई महिला आरक्षियों की सेहत
पुलिस लाइन में रविवार सुबह स्वास्थ्य शिविर में महिला आरक्षियों का स्वास्थ्य परीक्षण कर उन्हें आवश्यक दवाएं दी गईं। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन(आइएमए) के संयोजन में आयोजित शिविर का उद्घाटन आइएमए अध्यक्ष डा. मंगलेश श्रीवास्तव ने किया। महिला आरक्षियों का स्वास्थ्य परीक्षण करने वाली टीम में सर्जन डा. दीप्ती चतुर्वेदी, डा. बबिता शुक्ला, डा. अरुणा छापडिय़ा, डा. अंजू जैन, डा.मधुबाला, डा. अमृता सरकारी, डा. शालिनी अग्रवाल, डा.शिवशंकर शाही, डा.त्रीगन, डा. सीमा शाही शामिल रहीं। इस अवसर पर प्रतिसार निरीक्षक उमेश दूबे आदि मौजूद रहे। बाद में पुलिस कर्मियों ने आरटीसी बैरक व परिसर को सैनिटाइज किया।