गोरखपुर में बनेंगे सात नए बिजली घर, खत्म होगी लोकल फाल्ट व लो वोल्टेज की समस्या
गोरखपुर में सात नए बिजली घर बनेंगे। पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के एमडी के निर्देश पर स्थानीय अभियंताओं ने सर्वे कर लहसड़ी नौसढ़ नंदानगर शाहपुर तिवारीपुर लालडिग्गी और तारामंडल क्षेत्र 33/11 केवी के नए बिजली घर बनाने का प्रस्ताव बनाकर भेजा है।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। केंद्र सरकार की रीवैम्प्ड डिस्ट्रीब्यूशन सेक्टर स्कीम (आरडीएसएस) के तहत शहर के अलग-अलग हिस्सों में सात नए बिजली घर बनेंगे। पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के एमडी के निर्देश पर स्थानीय अभियंताओं ने सर्वे कर लहसड़ी, नौसढ़, नंदानगर, शाहपुर, तिवारीपुर, लालडिग्गी और तारामंडल क्षेत्र 33/11 केवी के नए बिजली घर बनाने का प्रस्ताव बनाकर भेजा है। इन बिजली घरों के निर्माण पर तकरीबन 17.82 करोड़ खर्च का अनुमान है। छह बिजली घरों में 10-10 एमवीए के पावर ट्रांसफार्मर लगेंगे जबकि तिवारीपुर बिजली घर की क्षमता 20 एमवीए होगी। नवंबर से इस योजना पर काम शुरू हो जाएगा।
कम होगा लाइन लास
बिजली वितरण में सुधार के लिए केंद्र सरकार ने डिस्ट्रीब्यूशन सेक्टर स्कीम पूरे प्रदेश में लागू की है। इस पंच वर्षीय योजना की शर्त यह है कि अभियंताओं को सिस्टम सुधार का काम कराकर लाइन लास को 15 फीसद तक लाना है। गोरखपुर जोन में अब भी लाइन लास बहुत ज्यादा है। पूर्वांचल निगम के एमडी ने इसके लिए निदेशक कार्मिक एसके बघेल को नोडल अधिकारी नामित किया है। उन्होंने कई बार गोरखपुर जोन का दौरा कर अभियंताओं को प्रशिक्षण देकर कार्य का प्रस्ताव बनाने का तरीका बताया।
यह फायदा भी होगा
नए बिजली घर बन जाने से हजारों उपभोक्ताओं को राहत मिलेगी। फाल्ट और लो वोल्टेज जैसी समस्याओं का भी सामना नहीं करना पड़ेगा। लालडिग्गी, तारामंडल और तिवारीपुर क्षेत्र में सर्वाधिक फाल्ट की समस्या आती है।
आरडीएसएस योजना के तहत शहरी क्षेत्र में बिजली से संबंधित सुधार कार्य कराने के लिए प्रस्ताव बनाकर पूर्वांचल एमडी कार्यालय को भेजा गया है। इनमें शहर के बाहरी इलाकों में सात नए बिजली घर का भी प्रस्ताव है। प्रस्ताव पर दो चरणों में जांच भी हो चुकी है। जल्द ही योजना पर काम शुरू हो जाएगा। - ई. यूसी वर्मा, अधीक्षण अभियंता, नगरीय विद्युत वितरण मण्डल।