Gorakhpur Coronavirus Death Toll: बीआरडी में सात संक्रमितों की मौत, नौ सौ नए केस मिले
Gorakhpur Coronavirus Death Toll बीआरडी मेडिकल कालेज में बीते 24 घंटे में सात संक्रमितों की मौत हो गई। जिले में अब संक्रमितों की संख्या 51471 हो गई है। 532 की मौत हो चुकी है। 42973 लोग स्वस्थ हो चुके हैं। 7966 सक्रिय मरीज हैं।
गोरखपुर, जेएनएन। बाबा राघव दास (बीआरडी) मेडिकल कालेज में 24 घंटे में सात संक्रमितों की मौत हो गई। इसमें चार मरीज गोरखपुर के थे। हालांकि मौतें पोर्टल पर अपडेट न होने से स्वास्थ्य विभाग ने मौतों की संख्या शून्य जारी की है। मंगलवार को कोरोना संक्रमण के नमूनों की जांच में 900 लोगों की रिपोर्ट पाजिटिव आई। इसमें 499 लोग शहर के हैं।
जिले में 51471 हुई संक्रमितों की संख्या, 7966 सक्रिय मरीज
सीएमओ डा. सुधाकर पांडेय ने बताया कि जिले में संक्रमितों की संख्या 51471 हो गई है। 532 की मौत हो चुकी है। 42973 लोग स्वस्थ हो चुके हैं। 7966 सक्रिय मरीज हैं। उन्होंने बचाव की अपील की है। गोरखपुर के रामजानकी नगर व शताब्दीपुरम की एक-एक महिला बीआरडी के कोरोना वार्ड में भर्ती थीं। मंगलवार को उनकी मौत हो गई। उनकी उम्र क्रमश: 32 व 56 वर्ष थी। इसी वार्ड में भर्ती शहर के मोहद्दीपुर निवासी 54 वर्षीय व विलंदपुर निवासी 68 वर्षीय व्यक्ति ने भी अंतिम सांस ली। इसके अलावा बस्ती, देवरिया व कुशीनगर के भी एक-एक मरीज की मौत हो गई।
बाबा राघवदास मेडिकल कालेज में निजी कालेजों से आएंगी नर्स
निजी कालेजों से नर्सिंग अंतिम वर्ष की तीन सौ छात्राओं को बाबा राघवदास मेडिकल कालेज में प्रशिक्षण देने का रास्ता साफ हो गया है। इन नर्सों को कोविड अस्पताल में प्रशिक्षण दिया जाएगा। इन्हें प्रशिक्षित करने के लिए शासन ने मंजूरी दे दी है। भविष्य में कोरोना संक्रमण को देखते हुए इन नर्सों की भूमिका काफी महत्वपूर्ण हो जाएगा। मेडिकल कालेज प्रशासन नर्सों को मानदेय भी देगा।
अस्पतालों में भर्ती कोरोना संक्रमितों को इलाज के साथ देखभाल की ज्यादा जरूरत होती है। समय से दवा, समय से भाप आदि मिलने से मरीज जल्द ठीक होता है। निजी अस्पतालों में से ज्यादातर में नर्स की व्यवस्था अच्छी है लेकिन सरकारी कोविड अस्पतालों में नर्सों की कमी के कारण मरीजों के साथ ही डाक्टरों को भी दिक्कत होती है। कई मरीजों पर इक्का-दुक्का नर्स होने के कारण समय से इंजेक्शन भी नहीं लग पाते हैं। मेडिकल कालेज के कोविड अस्पताल में नर्स की कमी को देखते हुए शासन ने नई व्यवस्था बनाई है।
भविष्य के लिए जरूरी
शासन का मानना है कि जिस तरह कोरोना वायरस के नए-नए स्ट्रेन सामने आ रहे हैं उसे देखते हुए भविष्य में भी बचाव और अच्छे इलाज की जरूरत पड़ेगी। कोविड अस्पतालों में डाक्टरों के साथ ही नर्सों के काम का लाभ बाद में भी मिलेगा। खुद को वायरस से बचाते हुए मरीजों की सेवा करने का प्रशिक्षण पहली बार अंतिम वर्ष की छात्राओं को मिलेगा।
वार्ड ब्वाय और स्वीपर की भी होगी भर्ती
मेडिकल कालेज के तीन सौ औ दो सौ बेड कोविड अस्पतालों में अभी दो सौ वार्ड ब्वाय और 50 स्वीपर की जरूरत है। कालेज प्रशासन ने निजी एजेंसी के माध्यम से इनकी आउटसोर्सिंग पर तैनाती की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है।
निजी कालेजों से नर्सिंग अंतिम वर्ष की तीन सौ छात्राएं जल्द कोविड अस्पताल में प्रशिक्षण के लिए आएंगी। इससे मरीजों को और सहूलियत मिलेगी। वार्ड ब्वाय और स्वीपर की आउटसोर्सिंग पर तैनाती की जाएगी। - डा. पवन प्रधान, प्रभारी प्रधानाचार्य, बाबा राघवदास मेडिकल कालेज।