टीकाकरण से वंचित हो गए साढ़े सात हजार स्वास्थ्यकर्मी, 24003 कर्मियों की जारी हुई सूची Gorakhpur News

प्रथम चरण में स्वास्थ्यकर्मियों को वैक्सीन लगाई गई है। इनकी कुल संख्या 25555 है। प्रथम चरण चार फरवरी को ही खत्म हो गया। दूसरे चरण के प्रथम दिन फ्रंटलाइन वर्करों के साथ भी स्वास्थ्यकर्मियों को वैक्सीन लगाई गई।

By Rahul SrivastavaEdited By: Publish:Mon, 08 Feb 2021 07:01 AM (IST) Updated:Mon, 08 Feb 2021 07:01 AM (IST)
टीकाकरण से वंचित हो गए साढ़े सात हजार स्वास्थ्यकर्मी, 24003 कर्मियों की जारी हुई सूची Gorakhpur News
साढ़े सात हजार लोग टीकाकरण से हो गए वंचित। प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

गोरखपुर, जेएनएन : प्रथम चरण में स्वास्थ्यकर्मियों को वैक्सीन लगाई गई है। इनकी कुल संख्या 25555 है। प्रथम चरण चार फरवरी को ही खत्म हो गया। दूसरे चरण के प्रथम दिन फ्रंटलाइन वर्करों के साथ भी स्वास्थ्यकर्मियों को वैक्सीन लगाई गई। इसके बावजूद 7645 स्वास्थ्यकर्मी टीकाकरण से वंचित रह गए हैं। इनके लिए अब 15 फरवरी को मापअप राउंड आयोजित किया जाएगा। टीकाकरण के कुल सात दिवस आयोजित किए गए। 

बूथों पर 17990 कर्मी पहुंचे

स्वास्थ्य विभाग ने कुल 24003 स्वास्थ्यकर्मियों की सूची जारी की थी, लेकिन बूथों पर 17990 कर्मी ही पहुंचे। इसमें 150 फ्रंटलाइन वर्कर थे। शेष टीकाकरण से वंचित हो गए। बूथों पर नहीं पहुंच पाने के कर्मियों ने अलग-अलग कारण बताए हैं। इसमें से कुछ स्वास्थ्यकर्मी बूथों पर पहुंचे, लेकिन नियमों के अनुसार उनका टीकाकरण नहीं किया गया। कुछ के पास मैसेज नहीं पहुंच पाए। एम्स की डायरेक्टर सुरेखा किशोर व वहीं के कर्मचारी प्रभात बूथ पर टीकाकरण कराने तो पहुंच गए, लेकिन उन्हें एलर्जी की दिक्कत होने से वैक्सीनेटर ने वैक्सीन लगाने से मना कर दिया। स्वास्थ्यकर्मी अनंती देवी व आराधना मिश्रा को नवजात बच्चे को दूध पिलाने की वजह से टीका नहीं लग सका। जयराम निथरवाल का मोबाइल नंबर अस्थायी रूप से सेवा में नहीं है, इसलिए उन्हें मैसेज नहीं मिल सका। केपी सिंह के मोबाइल पर मैसेज विलंब से आया। शशांक शेखर काा मोबाइल नंबर सेवा में नहीं है। सभी बचे हुए स्वास्थ्य कर्मियों के लिए 15 फरवरी को मापअप राउंड आयोजित किया जाएगा।

महिलाएं रहीं आगे

टीकाकरण में महिलाएं पुरुषों से आगे रहीं। 11104 महिलाओं को टीका लगाया गया। वहीं पुरुषों की संख्या 6808 रही। स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि महिलाएं आगे आई हैं। यह अच्छी बात है। जिन लोगों को टीका नहीं लग पाया है। उन्हें 15 फरवरी को लगा दिया जाएगा।

अब तक के टीकाकरण

05 फरवरी

लक्ष्य- 2055

कुल बूथ की संख्या - 24

कुल टीकाकरण- 1452

पुरुष - 780

महिला- 672

टीकाकरण फीसद - 70.7

04 फरवरी

लक्ष्य- 4718

कुल बूथ की संख्या - 41

कुल टीकाकरण- 3270

पुरुष - 1199

महिला- 2101

टीकाकरण फीसद - 70

29 जनवरी

लक्ष्य- 6225

कुल बूथ की संख्या - 59

कुल टीकाकरण-5132

पुरुष - 1696

महिला- 3436

टीकाकरण फीसद - 82.4

28 जनवरी

लक्ष्य- 6265

कुल बूथ की संख्या - 59

कुल टीकाकरण-4812

पुरुष - 1982

महिला- 2830

टीकाकरण फीसद - 77.3

22 जनवरी

लक्ष्य- 4100

कुल बूथ की संख्या - 41

कुल टीकाकरण - 2904

पुरुष - 1014

महिला - 1890

टीकाकरण फीसद - 70.83

16 जनवरी

लक्ष्य- 600

कुल बूथ की संख्या - 6

कुल टीकाकरण - 310

पुरुष - 135

महिला - 175

टीकाकरण फीसद - 51

कोरोना वार्ड के स्वास्थ्यकर्मियों को पारिश्रमिक मिलने की उम्मीद बढ़ी

बाबा राघव दास मेडिकल कालेज के कोरोना वार्ड में जुलाई से काम कर रहे संविदा के स्वास्थ्यकर्मियों को अब पारिश्रमिक मिलने की उम्मीद बढ़ गई है। कालेज प्रशासन ने 2.20 करोड़ रुपये का प्रस्ताव शासन को भेज दिया है। इसका भुगतान राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन से होना है।

दो सौ बेड का खोला गया था कोवि‍ड अस्‍पताल    

मेडिकल कालेज में फरवरी में दो सौ बेड का कोविड अस्पताल खोल दिया गया था। जून तक मरीजों की संख्या बहुत कम थााा, इसलिए कालेज के पैरामेडिकल स्टाफ व स्वास्थ्यकर्मियों ने मोर्चा संभाला। जुलाई से जब मरीजों की संख्या बढ़ने लगी तो कालेज प्रशासन को आनन-फानन में संविदा पर पैरामेडिकल स्टाफ, नर्स व चतुर्थ श्रेणी स्वास्थ्यकर्मियों को रखना पड़ा। इनकी संख्या 215 है। जबसे वे ड्यूटी कर रहे हैं, उन्हें पारिश्रमिक नहीं मिला है। वे कई बार मांग भी कर चुके। सात महीने से पारिश्रमिक न मिलने से उनके साथ भरण-पोषण का संकट उत्पन्न हो गया है।

सभी ने काफी मेहनत की 

प्राचार्य डा. गणेश कुमार ने बताया कि सभी लोगों ने कोरोना काल में बड़ी मेहनत की। कालेज के लगभग सभी डाक्टर व स्वास्थ्यकर्मियों ने बारी-बारी से कोरोना वार्ड में ड्यूटी की, लेकिन जब मरीजों की संख्या अचानक बढ़ने लगी तो जुलाई में बाहर से कुछ स्वास्थ्यकर्मियों को काम पर लिया गया था। उनका अभी तक एक माह का भी भुगतान नहीं हो पाया है। इनमें नर्स, माइक्रोबायोलाजि‍स्‍ट, फार्मासिस्ट, स्वीपर, वार्ड ब्वाय व वार्ड आया शामिल हैं। इस माह तक प्रस्ताव स्वीकृत होने की उम्मीद है। धन आवंटित होते ही कर्मचारियों को पारिश्रमिक का भुगतान कर दिया जाएगा।

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