आप लड़की हैं तो क्या, डरिये नहीं आप में है सब कुछ करने की ताकत

गोरखपुर विश्वविद्यालय में लड़कियों के लिए आत्मरक्षा प्रशिझा कार्यशाला का आयोजन किया गया। इसमें शहर के 20 कालेजों में से 200 को वालंटियर चुना गया।

By Edited By: Publish:Tue, 04 Dec 2018 01:49 PM (IST) Updated:Wed, 05 Dec 2018 09:23 AM (IST)
आप लड़की हैं तो क्या, डरिये नहीं आप में है सब कुछ करने की ताकत
आप लड़की हैं तो क्या, डरिये नहीं आप में है सब कुछ करने की ताकत
गोरखपुर, जेएनएन। सिर्फ कराटे सीखने से ही आत्मरक्षा नहीं होती है। सबसे पहले अपनी हिम्मत को अपनी ताकत बनाना होगा। पिंक बेल्ट की संस्थापक अपर्णा राजावत ने यह बातें विश्वविद्यालय के दीक्षा भवन में आयोजित आत्मरक्षा प्रशिक्षण कार्यशाला में कहीं। कार्यक्रम में उपस्थित छात्राओं को आत्मरक्षा की तकनीक इस्तेमाल करने की जानकारी देते हुए जरूरी हेल्पलाइन नंबरों को अपने फोन में सेव करने और याद रखने को कहा। वूमेन पॉवर लाइन 1090, महिला सम्मान प्रकोष्ठ और यूनिसेफ की ओर से आयोजित कार्यशाला का शुभारंभ एसपी रेलवे पुष्पांजलि देवी ने किया।
उन्होंने बताया कि आपका शरीर कमजोर है इस बात को दिमाग से निकाल दें। राह चलते होने वाली घटनाओं को आप अपने दम पर रोक सकती हैं। इसके लिए उन्होंने छात्राओं से प्रयोग भी कराया। अपर्णा राजावत ने कहा कि आप लड़की हो, आप ये नहीं कर सकतीं, वो नहीं कर सकती जैसी बातें बहुत से लोग करते हैं। इसकी वजह से बहुत बार लड़किया गलत को गलत कहने में डरती हैं। डरें नहीं, अपनी सुरक्षा, स्वाभिमान, अभिमान के लिए खड़ा होना सीखें। इस अवसर पर सीओ महिला सम्मान प्रकोष्ठ आशुतोष कुमार, जोखन राकेश, सीओ 1090 मोनिका यादव, यूनिसेफ के महर्षि अग्निहोत्री मौजूद रहें। चुने गए 200 वालंटियर्स, पुलिस लाइन में होगा प्रशिक्षण आत्मरक्षा प्रशिक्षण कार्यशाला में 20 कॉलेज की छात्राओं ने भाग लिया। जिसमें 200 को वालंटियर्स चुना गया। मंगलवार को पुलिस लाइन में सभी वालंटियर्स का प्रशिक्षित किया जाएगा।
सीओ महिला सम्मान प्रकोष्ठ आशुतोष कुमार ने बताया कि प्रशिक्षित होने वाली छात्राएं अपने आसपास के स्कूल में जाकर आत्मरक्षा का गुर सिखाएंगी। यूनिसेफ की ओर से उन्हें यात्रा भत्ता मिलेगा। चार जिलों में शुरू हुआ है कार्यक्रम छात्राओं को आत्मरक्षा का प्रशिक्षण देने का कार्यक्रम पायल प्रोजेक्ट के तौर पर प्रदेश के चार जिलों में शुरू हुआ है। सूची में शामिल लखनऊ और वाराणसी में कार्यशाला आयोजित हो चुकी है। 1090 और यूनिसेफ की टीम दो दिन गोरखपुर में रहेगी।
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