महिला का शव दफनाकर अधिकारियों से मांग रहे न्याय

चिकित्सकों की लापरवाही से महिला की मौत मामले में न्याय के लिए भटक रहे स्वजन

By JagranEdited By: Publish:Sat, 16 Oct 2021 09:18 PM (IST) Updated:Sat, 16 Oct 2021 09:18 PM (IST)
महिला का शव दफनाकर अधिकारियों से मांग रहे न्याय
महिला का शव दफनाकर अधिकारियों से मांग रहे न्याय

संतकबीर नगर: कोतवाली खलीलाबाद के बूधा कला की सुनीता का शव स्वजन कब्र में रखकर न्याय की आस में अधिकारियों का चक्कर लगा रहे हैं। खलीलाबाद के एक निजी अस्पताल की लापरवाही से सुनीता की मौत हुई है। उनकी पेट में पल रहा एक बच्चा भी गायब है। एक सप्ताह का समय बीत जाने के बाद भी इस गंभीर मामले में जिम्मेदारों की लापरवाही कई सवाल खड़े कर रही है। शनिवार को स्वजन डीएम, सीएमओ और पुलिस अधिकारियों से मिलकर आरोपितों पर कार्रवाई की मांग की।

सुनीता के पति रामकिशोर कहते हैं कि चिकित्सकों के कहने पर तीन माह पूर्व अपनी 35 वर्षीय गर्भवती पत्नी सुनीता का अल्ट्रासाउंड करवाया था। इससे उन्हें यह पता चला कि उनकी पत्नी के पेट में जुड़वा बच्चे पल रहे हैं। बीते आठ अक्टूबर की सुबह करीब नौ बजे पत्नी को प्रसव पीड़ा होने पर वह गांव की आशा कार्यकर्ता के साथ पत्नी को लेकर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र चुरेब में पहुंचे। यहां पर नार्मल डिलीवरी में एक बालिका पैदा हुई। वहीं, दूसरे बच्चे के पेट में फंसे होने की बात कहकर खलीलाबाद के एक निजी अस्पताल में भेज दिया गया था। उनका आरोप है कि यहां के कर्मियों ने उन्हें काफी देर तक उलझाए रखा। वहीं गुपचुप तरीके से पत्नी का आपरेशन कर दिया गया। पेट से बच्चा निकलकर गायब कर दिया। आपरेशन के बाद सुनीता की हालत बिगड़ने पर अस्पताल के जिम्मेदारों ने एंबुलेंस से तारामंडल-गोरखपुर स्थित एक निजी हास्पिटल भेज दिया। जहां चिकित्सकों ने बताया कि महिला की मौत हो चुकी है। इस बीच घर के लोगों ने देखा कि उनका पेट चीरा गया है। दूसरे बच्चे के बारे में पूछने पर अस्पताल के लोग कुछ भी बताने से इन्कार कर दिए। उन्होंने तत्काल इसकी सूचना पुलिस को दी, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। बाद में महिला का शव जलाने की बजाय उसे कब्र में दफनाया गया कि जरूरत पड़ने पर आरोपितों पर कार्रवाई हो सके। नवजात के साथ पांच बच्चों के सिर से उठ गया है मां का साया

सुनीता अब इस दुनिया में नहीं है। उसकी बुजुर्ग सास प्रभावती देवी नवजात बच्ची के साथ ही 10 वर्ष की चांदनी, पांच वर्ष के सूरज, तीन साल की चंदा और डेढ़ वर्ष के सूर्या को संभाल रही हैं। बच्चे घटना के बाद से ही मां के लिए रो रहे हैं। बच्चों की दशा देख हर कोई ईश्वर को कोस रहा है। गांव के लोगों को यह दृश्य देखा नहीं जा रहा है। सबकी आंखें नम हो जा रही है। डीएम से मिले स्वजन, न्याय की गुहार

शनिवार को सुनीता के पति रामकिशोर डीएम दिव्या मित्तल से मिलकर न्याय की गुहार लगाई। डीएम ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए स्वास्थ्य विभाग के साथ ही पुलिस को जांच कर कार्रवाई करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि मामला गंभीर है। महिला की मौत यदि लापरवाही से हुई है तो जो भी दोषी होगा उस पर मामला दर्ज होगा। दूसरा बच्चा कहां है, इसकी भी जांच करवाई जाएगी। आवश्यकता पड़ने पर शव का पोस्टमार्टम होगा। मृत महिला के स्वजन की मांग पर विभागीय जांच शुरू कर दी गई है। घटना के बाद से ही अस्पताल बंद कर आरोपित फरार हैं। विभाग इसकी भी जांच कर रहा है कि अस्पताल का रजिस्ट्रेशन हुआ था कि नहीं। यदि रजिस्ट्रेशन था तो उसे निरस्त किया जाएगा और यदि नहीं था तो इसके खिलाफ मुकदमा भी दर्ज होगा। यदि प्रशासन आदेश देगा तो शव का पोस्टमार्टम भी करवाया जाएगा।

डा. मोहन झा, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी पीड़ित परिवार ने तहरीर दिया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। जल्द ही आरोपितों पर मामला दर्ज कर जिम्मेदारों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

अंशुमान मिश्र, पुलिस क्षेत्राधिकारी

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