ट्रांसफर की आशंका देख बीमार हो गए डाक्टर, जिला अस्पताल के तीन डाक्टरों ने ले ली मेडिकल लीव
महराजगंंज जिला अस्पताल मेंं आर्थो सर्जन का पद खाली चल रहा था। गोरखपुर जिला अस्पताल में कार्यरत तीन आर्थो सर्जन में से एक को महराजगंज भेजा जाना था। तबादले की आशंका देख तीनों आर्थो सर्जन अवकाश पर चले गए।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। जिला अस्पताल में तीन आर्थो सर्जन हैं। शासन के निर्देश पर इनमें से एक को महराजगंज भेजा जाना था, क्योंकि वहां कोई आर्थो सर्जन न होने से दिव्यांग बोर्ड चल नहीं पा रहा है और दिव्यांगों के प्रमाण पत्र नहीं बन पा रहे हैं। ट्रांसफर की आशंका को देखते हुए जिला अस्पताल के तीनों आर्थो सर्जनों ने मेडिकल लीव ले ली है।
देवरिया से आर्थो सर्जन को भेजा गया महराजगंज
आनन-फानन में देवरिया के एक आर्थो सर्जन को महराजगंज भेजा गया है। कर्मचारियों के अनुसार महराजगंज के स्वास्थ्य विभाग ने शासन से आर्थो सर्जन की मांग की थी। शासन ने एडी हेल्थ को वहां एक आर्थो सर्जन की व्यवस्था कराने का निर्देश दिया। वह दूसरे जिलों से वहां डाक्टर भेजने के लिए डाक्टरों की सूची बना रहे थे। इसकी सूचना मिलते ही मंडल के अन्य जनपदों के डाक्टरों में खलबली मच गई। पहले कोशिश की गई कि जिला अस्पताल में तैनात तीन आर्थो सर्जनों में से एक को महराजगंज भेज दिया जाए। इसकी भनक लगते ही दो डाक्टर खुद ही बीमार हो गए और एक डाक्टर की मां की तबीयत खराब हो गई। हालांकि देवरिया से एक डाक्टर को महराजगंज भेजे जाने के बाद अन्य जिलों के डाक्टरों ने राहत की सांस ली है।
हड्डी रोग के मरीजों की परेशानी बढ़ी
जिला अस्पताल के तीनों आर्थो सर्जनों के मेडिकल लीव पर चले जाने से हड्डी रोग के मरीजों की परेशानी बढ़ गई है। ओपीडी में कोई डाक्टर बैठ नहीं रहा है। मरीज आ रहे हैं और पर्चा बनवाकर वापस जा रहे हैं। उन्हें यह भी नहीं बताया जा रहा है कि डाक्टर कब ड्यूटी पर लौटेंगे। एडी हेल्थ डा. रमेश गोयल ने बताया कि गोरखपुर के जिला अस्पताल में तीन आर्थो सर्जन हैं, उनमें दो बीमार हैं और एक ने अपनी मां की तबीयत खराब होने की सूचना दी है। देवरिया से एक आर्थो सर्जन को महराजगंज भेजा गया है।