आक्सीजन की आपूर्ति में फंसा पेच, हो सकता है संकट

कुशीनगर के आक्सीजन सिलेंडर आपूर्तिकर्ताओं ने बकाया के चलते खड़े किए हाथ एक अप्रैल 2020 से अब तक 27 लाख रुपये है बकाया भुगतान में आनाकानी कर रहा स्वास्थ्य विभाग आपूर्ति करने वाली फर्मो का कहना है कि वह कर्ज लेकर आक्सीजन की आपूर्ति कर रहे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 07 May 2021 05:00 AM (IST) Updated:Fri, 07 May 2021 05:00 AM (IST)
आक्सीजन की आपूर्ति में फंसा पेच, हो सकता है संकट
आक्सीजन की आपूर्ति में फंसा पेच, हो सकता है संकट

कुशीनगर : कोरोना संक्रमण जहां तेजी से फैल रहा है, वहीं सरकार संक्रमितों को बचाने को लेकर गंभीर है। इलाज के लिए संसाधन बढ़ाने पर जोर दे रही है। पर, स्वास्थ्य विभाग के जिम्मेदार उतना ही उदासीन बने हुए हैं। हालत यह है कि एक अप्रैल 2020 से अबतक आक्सीजन सिलेंडर के दो आपूर्तिकर्ताओं का विभाग पर 27 लाख रुपये बकाया है, लेकिन सीएमओ कार्यालय भुगतान नहीं कर रहा है। इसको लेकर आक्सीजन की आपूर्ति में पेच फंस सकता है।

आपूर्ति करने वाली दोनों एजेंसियों के मालिकों ने हाथ खड़े कर दिए हैं। हालात ऐसे ही रहे तो जिले में कभी भी आक्सीजन की आपूर्ति प्रभावित हो सकती है। ऐसी स्थिति बनी तो समस्या खड़ी हो जाएगी।

यह है बकाया

न्यू पडरौना गैस एजेंसी- एक अप्रैल 2020 से 31 मार्च 2021- 11 लाख व एक अप्रैल से अब तक चार लाख रुपये। विजय ट्रेडिग कंपनी-एक अप्रैल 2020 से 31 मार्च 2021 तक- 10 लाख व एक अप्रैल से अब तक दो लाख

कर्ज लेकर मंगा रहे आक्सीजन

एजेंसी संचालक मनोज वर्मा का कहना है कि घर से पूंजी लगाने के बाद अब रिश्तेदारों व मित्रों से कर्जा लेकर प्रतिदिन 50 सिलेंडर मंगाने के लिए 40 से 50 हजार रुपये की व्यवस्था करनी पड़ रही है। बंदी के कारण अब कहीं से पैसे की व्यवस्था नहीं हो पा रही है। विजय वर्मा का कहना है कि सीएमओ व अन्य उच्चाधिकारियों से कहने के बाद भी भुगतान नहीं मिल पा रहा है। अगर शीघ्र भुगतान नहीं मिला तो आक्सीजन की आपूर्ति करना संभव नहीं हो पाएगा।

अधिकारी के निर्देश पर भी नहीं हो रहा भुगतान

टीम-9 के अधिकारी ज्वांइट मजिस्ट्रेट पूर्ण बोरा द्वारा दिए गए निर्देश के बावजूद सीएमओ कार्यालय में कहा जा रहा है कि पिछला भूल जाइए अब एक महीना का भुगतान करा काम चलाएं। अब जब आक्सीजन की खपत बढ़ने लगी है तो आपूर्तिकर्ता प्रतिदिन का भुगतान भेजेंगे या जिनका बकाया लिए हैं, उनको पैसा वापस करेंगे।

सीएमओ डा. एनपी गुप्ता ने कहा कि संबंधित लिपिक को भुगतान करने का निर्देश दिया गया है। इसमें मनमानी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। स्वास्थ्य सेवाओं को बहाल रखना प्राथमिकता है।

डीएम एस राजलिंगम ने कहा कि आक्सीजन सिलेंडरों की आपूर्ति के बाद भी भुगतान न करना गंभीर मामला है। एजेंसी संचालकों को तत्काल भुगतान कराने के लिए सीएमओ को निर्देशित किया गया है। इसमें किसी स्तर पर लापरवाही बरती गई तो संबंधित के खिलाफ विधिक कार्रवाई के साथ विभागीय कार्रवाई की जाएगी।

chat bot
आपका साथी