हज यात्रियों को सऊदी अरब ने भी दिया झटका Gorakhpur News
सऊदी हुकूमत ने वैट दर पांच से बढ़ाकर 15 फीसद कर दिया है। मक्का और मदीना में रहना-खाना भी महंगा होगा। कोविड-19 के नियमों का पालन कराने पर ट्रांसपोर्टेशन का खर्च बढ़ेगा। शारीरिक दूरी का पालन कराने के लिए बस में 45 के बजाए 15 लोगों को बैठाया जाएगा।
गोरखपुर, जेएनएन। कोरोना महामारी के चलते पहले ही महंगी हज यात्रा का सामना कर रहे आवेदकों को सऊदी अरब हुकूमत ने जोर का झटका दिया है। अब हर यात्री को 130 रियाल (करीब 2600 भारतीय रुपये) बीमा प्रीमियम के रूप में देने पड़ेंगे। इसके अलावा वहां की हुकूमत हज वीजा के लिए 300 रियाल (6000 रुपये) लेगी जो अब तक फ्री था। हज कमेटी आफ इंडिया ने पहले ही चेता दिया था कि बीते साल के मुकाबले दो लाख रुपये तक अतिरिक्त खर्च करने पड़ सकते है। गोरखपुर-बस्ती मंडल से हर वर्ष तकरीबन 3500 जायरीन हज पर जाते हैं। हज के आवेदन के लिए 10 दिसंबर अंतिम तिथि है।
कोरोना महामारी के चलते अगले वर्ष होने वाली हज यात्रा में कई बदलाव किए गए हैं। इसका सीधा असर आवेदकों पर पड़ रहा है। बीते वर्ष की तुलना में प्रत्येक यात्री को 1.22 से 1.30 लाख रुपये तक अधिक खर्च करने पड़ेंगे। हज कमेटी आफ इंडिया ने अपनी वेबसाइड पर हज यात्रा की अनुमानित लागत 3.70 से 5.27 लाख रुपये दर्ज है। जबकि 2020 में 2.50 से 3.50 लाख रुपये का निर्धारित थी। इसके अलावा बीमा प्रीमियम और वीजा के लिए अलग से पैसे देने होंगे। हज यात्रियों को पहली किस्त के तौर 1.5 लाख रुपये हज कमेटी आफ इंडिया के खाते में जमा कराने हैं। खादिमुल हुज्जाज कमेटी के सदस्य मोहम्मद शहाबुद्दीन ने बताया कि यात्रा खर्च ज्यादा होने के कारण आवेदकों की संख्या में कमी आएगी। हर होई 1.5 लाख रुपये अतिरिक्त खर्च नहीं कर सकता।
इसलिए बढ़ा खर्च
सऊदी हुकूमत ने वैट दर पांच से बढ़ाकर 15 फीसद कर दिया है। मक्का और मदीना में रहना-खाना भी महंगा होगा। कोविड-19 के नियमों का पालन कराने पर ट्रांसपोर्टेशन का खर्च बढ़ेगा। शारीरिक दूरी का पालन कराने के लिए बस में 45 के बजाए 15 लोगों को बैठाया जाएगा। इसके अलावा वीजा फीस भी देनी होगी जो अब तक नहीं ली जाती थी।
तीन दिन पहले कराना होगा कोरोना टेस्ट
हज पर रवानगी के तीन दिन पहले हज यात्री को कोरोना टेस्ट कराना जरूरी होगा। अगर जांच रिपोर्ट पाजिटिव आती है तो यात्रा को निरस्त कर दी जाएगी। गभर्वती महिलाएं, कीडनी, लीवर, कैंसर और ह्दय रोग से पीड़ित हज यात्रा पर नहीं जा सकेंगे।