Flood in Gorakhpur: इस साल के उच्चतम बिन्दु को पार कर गया सरयू नदी का जलस्तर
Flood in Gorakhpur सरयू नदी का जलस्तर इस साल के उच्चतम बिन्दु को पार कर गया। नदी बाढ़ के दौरान खतरे के निशान से 53 सेंटीमीटर यानी 93.26 मीटर तक पहुंची थी जबकि रविवार को नदी का जलस्तर 93.30 मीटर रिकार्ड किया गया।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। करीब सात लाख क्यूसेक से अधिक पानी छोड़े जाने के बाद सरयू नदी का जलस्तर इस साल के उच्चतम बिन्दु को पार कर गया। नदी बाढ़ के दौरान खतरे के निशान से 53 सेंटीमीटर यानी 93.26 मीटर तक पहुंची थी जबकि रविवार को नदी का जलस्तर 93.30 मीटर रिकार्ड किया गया। नदी में आए उफान के कारण खजनी एवं गोला तहसीलों के पांच गांव एवं 300 लोग प्रभावित हुए हैं। आवागमन के लिए दो मझौली नाव लगाई गई है। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) एवं राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) की टीमों को भी एलर्ट किया गया है।
खतरे के निशान पार गई नदी
सरयू नदी का जलस्तर अयोध्या में खतरे के निशान से 57 सेंटीमीटर ऊपर पहुंच गया। नदी फिलहाल स्थित रहे। एक दो दिन में जलस्तर में गिरावट की उम्मीद जताई जा रही है। पानी धीरे-धीरे आगे बढ़ने से प्रशासन ने सतर्कता और बढ़ा दी है। नदी में पानी बढ़ने से गोला तहसील बल्थर एवं बगहा गांव प्रभावित हुए हैं। यहां दो नाव लगाई गई हैं। इसी तरह खजनी तहसील के तीन गांव राईपुर, ढबिया एवं नरायनपुर प्रभावित हुए हैं। नदी में आयी बाढ़ के कारण 42 एकड़ क्षेत्रफल भी प्रभावित हुआ है।
राप्ती काबू में
सरयू नदी के पानी में उफान के बावजूद राप्ती नदी पर अधिक असर नहीं पड़ा है। शनिवार की सुबह इस नदी का जलस्तर 73.39 मीटर रिकार्ड किया गया था। यह नदी खतरे के चेतावनी बिन्दु से भी नीचे है। अयोध्या में सरयू नदी स्थिर है लेकिन गोरखपुर में रविवार को भी जलस्तर में वृद्धि होने की संभावना है। जलस्तर में कमी होने पर निगरानी और बढ़ाई जाएगी क्योंकि कटान का खतरा बढ़ जाता है। बाढ़ खंड दो के अधिशासी अभियंता रूपेश कुमार खरे ने बताया कि स्थिति पर नजर रखी जा रही है। अयोध्या में पानी स्थिर हो चुका है, इसका असर यहां करीब 24 घंटे बाद नजर आएगा। अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व राजेश कुमार सिंह ने बताया कि स्थिति को देखते हुए जिला एवं तहसील स्तरीय कंट्रोल रूम को क्रियाशील कर दिया गया है। स्थिति पर नजर रखी जा रही है।